Fake IPL in Gujarat : फेक नोट और फेक सोशल मीडिया अकाउंट्स के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे लेकिन आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने वाले हैं जिसे सुनकर आप अचरज में पड़ जाएंगे. आज हम आपको फेक आइपीएल के बारे में बताने जा रहे हैं.
दरअसल ये घटना गुजरात के मेहसाणा जिले के मोलीपुर गांव की है जहां कई दिनों से नकली आईपीएल का खेल चल रहा था. और तो और ये मैच "नॉकआउट क्वार्टर फाइनल" स्टेज तक पहुंच गया था लेकिन तभी पुलिस ने इसका भांडा फोड़ कर दिया. सट्टेबाजी के लिए इन लोगों का एक ऑफिशियल टेलीग्राम चैनल भी था जिसकी मदद से रूसी शहरों टवेर, वोरोनिश और मॉस्को के लोग सट्टेबाजी करते थे. इनका "आईपीएल" के नाम से एक यूट्यूब चैनल भी था जहां मैच टेलीकास्ट कराए जाते थे.
इसके मास्टरमाइंड शोएब ने एक खेत किराए पर लेकर वहां लाइटें लगाई और 21 खेतिहर मजदूरों को प्रति मैच 400 रुपये देने का वादा किया.
इसके बाद, उन्होंने मजदूरों के लिए चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइटन्स की जर्सी खरीदी. इसके साथ ही उन्होंने पांच एचडी कैमरों के सामने कुछ वॉकी-टॉकी दिखाते हुए अंपायरिंग भी कराई. मैच को असली दिखाने के लिए क्राउड-नॉइज का इस्तेमाल किया गया. सबसे ज्यादा मजेदार बात तो ये थी इस टूर्नामेंट के लिए एक ऐसे इंसान को बुलाया गया जो हर्षा भोगले की नकल कर कमेंटरी करता था.
जब रूस की ओर से सट्टे के लिए 3 लाख रुपये की पहली किस्त दी गई तब पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया. शोएब ने इसकी योजना रूसी पब में काम करने के दौरान अपने साथी आसिफ मोहम्मद के साथ मिलकर बनाई थी.