टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है. कोहली ने अपने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी. कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में दमदार प्रदर्शन किया और विश्व क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई. आइए एक नजर डालते हैं बतौर कप्तान कोहली की बड़ी उपलब्धियों पर..
1. पहली बार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर किया टीम इंडिया ने कब्जा
71 साल, 31 सीरीज, 98 टेस्ट मैच के बाद कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर धूल चटाकर कंगारूओं की गुरुर तोड़ा. टीम इंडिया ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-1 से अपने नाम करते हुए पहली दफा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा किया. कोहली की कप्तानी में इस पूरी सीरीज में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया पर हावी नजर आई और कंगारू धरती पर इतिहास रचकर वतन लौटी.
2. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में तय किया फाइनल तक का सफर
वनडे और टी-20 फॉर्मेट में टीम इंडिया ने कोहली की कप्तानी में उपलब्धियां तो हासिल की, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में विराट की अगुवाई में भारतीय टीम का राज रहा. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज जैसी धाकड़ टीमों को धूल चटाकर टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले एडिशन में फाइनल तक का सफर तय किया. हालांकि, टीम खिताब को अपने नाम करने से चूक गई और न्यूजीलैंड के हाथों टीम को हार झेलनी पड़ी.
3. 2019 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक का सफर
इंग्लैंड में खेले गए साल 2019 विश्व कप में कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया. भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान को पटखनी देकर अंतिम चार में अपनी जगह बनाई. सेमीफाइनल में हालांकि टीम को न्यूजीलैंड के हाथों हार झेलनी पड़ी. कोहली सिर्फ कप्तानी ही नहीं, बल्कि वर्ल्ड कप में बल्ले से भी अहम योगदान दिया. विराट ने टूर्नामेंट में खेले 9 मैचों में 443 रन जड़े.
4. टी-20 में कोहली की कप्तानी में मचाई टीम इंडिया ने धूम
टेस्ट और वनडे के साथ-साथ टी-20 क्रिकेट में भी कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने इतिहास रचा. साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी धाकड़ टीमों को कोहली ने उनके घर में घुसकर हार का स्वाद चखाया.
5. 42 महीने तक भारतीय टीम का रहा टेस्ट क्रिकेट में राज
विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम साल 2016 से लेकर 2020 तक आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन रही. इस दौरान टीम ने श्रीलंका, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीमों को उनकी धरती पर हार का स्वाद चखाया और लगातार चार साल नंबर एक की कुर्सी पर कब्जा जमाए रखा.