टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि अपने काम से खिलाड़ियों का सम्मान और निष्ठा अर्जित करना ही नेतृत्व का अहम हिस्सा होता है.
धोनी ने सिंगल डॉट आईडी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, 'निष्ठा का सम्मान से गहरा ताल्लुक है. जब आप ड्रेसिंग रूम की बात करते हो तो जब तक आपको सपोर्ट स्टाफ और खिलाड़ियों का सम्मान नहीं मिलेगा तब तक आपके लिए उनकी निष्ठा हासिल करना मुश्किल है. वास्तव में ये दिखाता है कि आप क्या कर रहे हो, ये नहीं कि आप क्या बोल रहे हो. आप भले ही कुछ भी नहीं बोलो लेकिन आपका आचरण आपको वह सम्मान दिला सकता है.'
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धोनी ने आगे कहा, 'मुझे हमेशा लगता था कि एक नेतृत्वकर्ता के रूप में सम्मान अर्जित करना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये कुर्सी या पद के साथ नहीं आता है. ये आपके आचरण से आता है. कई बार लोग असुरक्षित होते हैं. कभी कभी भले ही टीम आप पर विश्वास करती हो लेकिन वास्तव में आप ही पहले व्यक्ति हो जो खुद पर विश्वास नहीं करोगे. संक्षेप में कहूं तो सम्मान हासिल करने की कोशिश नहीं करो बल्कि इसे अर्जित करें क्योंकि ये बहुत स्वाभाविक है. एक बार जब आपके पास इस तरह की निष्ठा होगी तो प्रदर्शन भी आयेगा.'