ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 209 रनों से हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया है. बीते 10 सालों से टीम इंडिया आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी है. भारत ने आखिरी बार धोनी की कप्तानी में साल 2013 में आखिरी आईसीसी ट्रॉफी जीती थी. 4 कारण आखिर क्यों रोहित शर्मा की टीम को WTC final 2023 में शिकस्त का सामना करना पड़ा-
टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला: ओवल के मैदान पर विकेट के सूखे रहने की उम्मीद थी. इसके बावजूद रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था. पहले घंटे के बाद फैसला उल्टा पड़ गया और विकेट बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग बन गया. ऑस्ट्रेलिया ने इसका पूरा फायदा उठाया और पहली पारी में 469 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर टांग दिया.
अश्विन को प्लेइंग 11 में ना खिलाना: एक और निर्णय जो काफी चौंकाने वाला था वो था वर्ल्ड के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग 11 में शामिल ना करना. काउंटी चैंपियनशिप मैच में देखा गया था कि स्पिनरों को इस पिच से काफी मदद मिलती थी क्योंकि विकेट जल्दी सूख जाता था. अश्विन को छोड़ना स्पष्ट रूप से टीम इंडिया की एक बड़ी भूल थी. ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन ने मैच में महज 19.3 ओवर में कुल 5 विकेट झटके थे.
ईशान किशन की जगह केएस भरत को खिलाना: कई लोगों का मानना था कि ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में, टीम इंडिया डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए ईशान किशन को विकेटकीपर के रूप में प्लेइंग 11 में शामिल कर सकती है. हालांकि, रोहित शर्मा ने केएस भरत को चुना. ईशान किशन का निडर स्ट्रोक प्ले पंत का सही रिप्लेसमेंट हो सकता था.
WTC final: ऑस्ट्रेलिया ने रचा इतिहास, 209 रनों से जीता वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल
टीम इंडिया के बल्लेबाजों द्वारा खराब शॉट का चयन: इस मैच के दौरान भारतीय बल्लेबाज कुछ बहुत ही साधारण शॉट खेलकर आउट हुए, खासकर दूसरी पारी में. पहली पारी में फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा शॉट ना खेलने के चक्कर में क्लीन बोल्ड हुए थे. 444 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्लेबाजों को सकारात्मक रहना था लेकिन जिस तरह से रोहित शर्मा, विराट कोहली और पुजारा आउट हुए उसने सभी को हैरान किया.