IND vs ENG: भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप ने टेस्ट डेब्यू में तीन विकेट के शानदार प्रदर्शन को अपने पिता को समर्पित किया, जिनका 2015 में निधन हो गया था और कहा कि वह संतुष्ट हैं कि उन्होंने अपने पिता के ‘जीवन में कुछ कर दिखाने’ के सपने को पूरा कर दिया है.
आकाश दीप ने पिता रामजीत सिंह का लकवा मारने के बाद निधन हो गया था और छह महीने के अंदर ही आकाश दीप ने अपने बड़े भाई को खो दिया.
इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद आकाश दीप ने पत्रकारों से कहा, ‘‘एक साल के अंदर पिता और बड़े भाई को गंवा देने के बाद मैं कुछ करना चाहता था और मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया. मेरे पास गंवाने के लिए कुछ नहीं था, बस कुछ हासिल ही कर सकता था."
आकाश दीप ने कहा, ‘‘मैं इस प्रदर्शन को अपने पिता को समर्पित करता हूं क्योंकि उनका सपना था कि उनका बेटा जीवन में कुछ करे. जब वह जीवित थे तो मैं कुछ नहीं कर सका इसलिये यह प्रदर्शन मेरे पिता के लिए है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हर क्रिकेटर का एक ही सपना होता है, टेस्ट में भारत के लिए खेलने का. बस यही मेरा सपना था. ’’
आकाश दीप ने कहा, ‘‘मुझे टेस्ट डेब्यू की कैप बिहार के मेरे गांव और जिस टीम के लिए खेलता हूं बंगाल के करीब स्थान पर मिली है. बंगाल ने मेरा समर्थन किया है. मेरी इस यात्रा में मेरे परिवार ने बड़ी भूमिका निभायी है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा परिवार भी यहां है. इसमें कोई शक नहीं, यह भावनात्मक पल है लेकिन मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि टीम के लिए कैसे योगदान करूं. ’’
भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ से टेस्ट कैप मिलने पर आकाश दीप ने कहा, ‘‘उन्होंने (द्रविड़) मेरे बारे में सुना था और मैं बहुत भावुक हो गया था. मुझे चीजें सरल रखने के लिए कहा गया, अब तो जो कर रहा हूं, वही करने के लिए कहा गया. इससे मदद मिली क्योंकि इस स्तर पर आप उलझन में पड़ सकते हो. ’’