मुशीर खान के शतक के बाद नमन तिवारी और स्वामी पांडे की धारदार गेंदबाजी से भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप के ग्रुप ए मैच में गुरुवार को आयरलैंड को 201 रन से रौंदकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की. भारत के 302 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आयरलैंड की टीम बाएं हाथ के तेज गेंदबाज तिवारी (53 रन पर चार विकेट) और बाएं हाथ के स्पिनर पांडे (21 रन पर तीन विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने 29.3 ओवर में सिर्फ 100 रन पर ढेर हो गई.
विराट कोहली ने चौथी बार जीता वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड, वर्ल्ड कप में जमकर गरजा था बल्ला
आयरलैंड की ओर से 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए डेनियल फोर्किन ने सर्वाधिक नाबाद 27 रन बनाए. टीम ने 45 रन तक ही आठ विकेट गंवा दिए थे और उसकी हार का अंतर और बड़ा हो सकता था, लेकिन फोर्किन ने ओलिवर रिली (15) के साथ नौवें विकेट के लिए 39 और लिन लुटोन (07) के साथ आखिरी विकेट के लिए 16 रन जोड़कर टीम का स्कोर तिहरे अंक तक पहुंचाया.
फोर्किन और रिली के अलावा दोनों सलामी बल्लेबाज जोर्डन नील (11) और रेयान हंटर (13) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए. इससे पहले भारत ने मुशीर के 118 रन और कप्तान उदय सहारन (84 गेंद में 75 रन) के साथ उनकी 156 रन की साझेदारी से सात विकेट पर 301 रन बनाए.
भारत ने अपने पहले मैच में बांग्लादेश को 84 रन से हराया था. दो मैच में दो जीत से भारत ग्रुप ए में चार अंक के साथ टॉप पर है और उसका अगली स्टेज में जगह बनाना लगभग तय है. मुशीर के बड़े भाई सरफराज खान ने भी गुरुवार को अहमदाबाद में इंग्लैंड लॉयन्स के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट में 161 रन की पारी खेली. मुशीर ने 106 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके और चार छक्के मारे. मुशीर 66 गेंद में अर्धशतक पूरा करने के बाद अगली 34 गेंद में शतक तक पहुंचे.
भारतीय अंडर-19 टीम में शामिल संभवत: सबसे प्रतिभावान खिलाड़ी सचिन धास ने अंत में नौ गेंद में 21 रन की पारी खेलकर भारत का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया जो इस मैदान पर अंडर-19 अंतरराष्ट्रीय मैच का सर्वोच्च स्कोर है. भारत ने आखिरी 10 ओवर में 119 रन बटोरे. मुशीर ने लय में आने में समय लिया लेकिन फिर आयरलैंड के गेंदबाजों के खिलाफ मैदान पर चारों तरफ शॉट खेले.
ऑन साइड पर मजबूत मुशीर ने अपने सभी छक्के स्क्वायर लेग, डीप मिडविकेट और लॉन्ग ऑन के बीच मारे. उन्होंने विरोधी टीम के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज ओलिवर रिली (55 रन पर तीन विकेट) पर भी दो छक्के मारे. पहले मैच की तरह सहारन ने एक बार फिर एंकर की भूमिका निभाते हुए स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह दी और मुशीर को उनका नेचुरल आक्रामक खेल खेलने दिया.