टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में पारी और 32 रन से हार मिली. पहली पारी में 163 रनों से पिछड़ी भारतीय टीम दूसरी पारी में सिर्फ 131 रनों पर सिमट गई. इस हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने बॉलिंग में दूसरे छोर से जसप्रीत बुमराह को मिले कम समर्थन पर निराशा जताई. उन्होंने इस बात पर जोर डाला कि गेंदबाजों के अनुकूल इस पिच पर 400 से ज्यादा रन देने का कोई तुक नहीं था.
जीत के बाद भी साउथ अफ्रीका टीम को लगा बड़ा झटका, दूसरे टेस्ट से बाहर हुए कप्तान Temba Bavuma
रोहित ने कहा, 'यह 400 रन वाला विकेट नहीं था, और हमने बहुत सारे रन दिए. हम सिर्फ जसप्रीत बुमराह पर निर्भर नहीं रह सकते, जबकि टीम में तीन अन्य तेज गेंदबाज भी हैं. सभी को अपनी भूमिकाएं निभाने की जरूरत है. हम दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी से सीख सकते हैं. बुमराह ने अच्छी गेंदबाजी की और हम सभी उसकी गुणवत्ता को जानते हैं. वह बस थोड़ा सा सपोर्ट चाहता था, जो उसे नहीं मिला. ऐसा होता है. बाकी तीनों ने बहुत कोशिश की, लेकिन वैसा नहीं हुआ जैसा हम चाहते थे. लेकिन इस तरह के खेल आपको बहुत कुछ सिखाते हैं कि एक बॉलिंग यूनिट के रूप में आप क्या करना चाहते हैं.'
रोहित को यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि उनकी टीम दक्षिण अफ्रीका को चुनौती देने में सक्षम नहीं थी और उन्होंने पहले टेस्ट में पारी और 32 रन की शर्मनाक हार के लिए सामूहिक प्रयास की कमी को जिम्मेदार ठहराया. भारत ने बल्ले और गेंद दोनों से लचर प्रदर्शन किया.
रोहित ने मैच के बाद कहा, 'हम जीत के हकदार नहीं थे. टॉस हारकर बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने के बाद केएल राहुल ने हमें उस स्कोर तक पहुंचाने के लिए अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन फिर हम गेंद के साथ परिस्थितियों का फायदा नहीं उठा सके और फिर आज भी बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए.'