एक कप्तान के रूप में अपनी पहली बाइलेटरल सीरीज में हार के बाद, हार्दिक पांड्या ने माना कि 13 अगस्त को लॉडरहिल में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 5वें टी20 मैच में उनकी लय की कमी और धीमा अप्रोच निर्णायक बिंदुओं में से एक था.
18 गेंदों में 14 रन बनाने वाले पांड्या ने स्पष्ट रूप से कहा कि टीम ने अंतिम 10 ओवरों में गति खो दी. उन्होंने कहा कि क्रीज पर पहुंचने के बाद वह इसका फायदा नहीं उठा पाए और अपना समय पूरा नहीं कर पाए.
लेकिन उन्होंने तिलक वर्मा और यशस्वी जयसवाल जैसे युवाओं के उभरने जैसी सकारात्मक बातों पर भी जोर दिया.
पांड्या ने सामने आकर जिम्मेदारी लेने के लिए उनकी सराहना की और कहा कि एक कप्तान के तौर पर वह इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकते.
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