MS Dhoni Captaincy Records: राहुल द्रविड़ के कप्तानी से हटने के बाद भारतीय फैंस के दिलों में मातम पसर गया था. क्रिकेट पंडितों का मानना था कि अब शायद ही कभी भारतीय क्रिकेट टीम को ऐसा कप्तान मिले जो टीम इंडिया को बड़े मंच पर उतनी कामयाबी दिला सके जितना द्रविड़ या फिर सौरव गांगुली के कार्यकाल में टीम इंडिया ने देखी थी. बात है साल 2007 ये वो साल था जब भारतीय टीम को ऐसा हीरा मिला जिसकी चमक से ना केवल इंडियन क्रिकेट बल्कि पूरा वर्ल्ड क्रिकेट प्रकाशित हुआ.
हम बात कर रहे हैं एम एस धोनी की. 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में धोनी को आखिरी बार भारत की जर्सी पर मैदान पर उतरते हुए देखा गया था. भारत की हार के बाद माही की आंखों में आंसू आ गए थे. तब से देश हर साल आईपीएल में धोनी की वापसी की एक झलक पाने के लिए बेताब रहता है.
आईपीएल 2023 के इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स ने जहां पर भी खेला हर स्टेडियम पीले रंग से ढका हुआ नजर आया. फैंस अपने पसंदीदा टीम को मुकाबलों से ज्यादा धोनी को बल्ला उठाते हुए देखने में आन्नदित हो रहे थो जो इस बात को साबित करता है कि एमएसडी का दर्जा बारत में भगवान से कम नहीं है.
बल्लेबाज और विकेटकीपर से ज्यादा, कप्तान धोनी ने इतने ऊंचे मानक स्थापित किए हैं जिसके करीब पहुंचना तकरीबन नामुमकिन है.
आईपीएल में बतौर कप्तान धोनी की चमक: 5 आईपीएल खिताब के साथ, रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस ने भले ही एमएस धोनी के नेतृत्व वाली सीएसके की तुलना में 1 अधिक ट्रॉफी जीती हो, लेकिन एमएसडी ओवऑल आईपीएल के सबसे सफल कप्तान ही हैं. धोनी की कप्तानी में चैन्नई सुपर किंग्स की टीम 14 में से 12 सीज़न में प्लेऑफ़ तक पहुंची है, जिसमें उन्होंने भाग लिया है.
केवल 2020 और 2022 ऐसा सीजन था जब सीएसके प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई थी. सीएसके की निरंतरता लीग में सबसे अलग है। धोनी की ब्रिगेड सभी फ्रेंचाइजियों में सबसे ज्यादा बार प्लेऑफ में पहुंची है वो भी 2 साल के बैन के बावजूद.
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जहां तक जीते गए मैचों की बात है तो धोनी आईपीएल के सबसे सफल कप्तान हैं. माही ने कप्तान के रूप में 130 मैच जीते हैं, जबकि रोहित शर्मा 85 जीत के साथ इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आते हैं. कहते हैं कि एक कप्तान उतना ही अच्छा होता है जितना कि उसकी टीम लेकिन महान कप्तान धोनी के बिना सीएसके का इतिहास वैसा नहीं रहा है.
इंटरनेशनल क्रिकेट में बतौर कप्तान धोनी के कारनामे: ये सिर्फ आईपीएल नहीं है जहां धोनी एक महान कप्तान के रूप में सामने आए हैं. दरअसल, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में अपना नाम दर्ज कराने वाले धोनी की आधारशिला 2007 में टी20 वर्ल्ड कप के दौरान ही पड़ गई थी जब टीम ने उनकी कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता था.
ये वो साल था जब एकदिवसीय वर्ल्ड कप में हार के बाद एक अपेक्षाकृत युवा भारतीय टीम की कप्तानी करते हुए, धोनी ने लीक से हटकर सोच के साथ सुर्खियां बटोरी थीं. फाइनल में जोगिंदर सिंह को आखिरी ओवर देने का उनका फैसला एक मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ और भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक शानदार जीत दर्ज कर ली.
एमएसडी ने 72 टी20 मैचों में भारत का नेतृत्व किया उनमें से 41 मुकाबलों में टीम इंडिया को जीत मिली वहीं 28 मुकाबलों में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम का जीत का प्रतिशत लगभग 57 का रहा. इसके बाद विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने 27 टी20 इंटरनेशनल मैच जीते हैं.
धोनी के नेतृत्व में ODI में भारत का प्रदर्शन: धोनी ने वनडे क्रिकेट में भी बतौर कप्तान अपना दबदबा कायम रखा था. 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जितवाने वाले धोनी को वनडे टीम में भी टीम इंडिया का कप्तान बना दिया गया था. एक दशक से अधिक समय तक धोनी ने अपने कप्तानी करियर में शानदार प्रदर्शन किया.
28 साल बाद धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने साल 2011 में ODI वर्ल्ड कप जीतने में कामयाबी पाई थी. इसके बाद उन्होंने 2013 में मेन इन ब्लू को चैंपियंस ट्रॉफी की जीत के लिए गाइड किया था. इस प्रकार, धोनी सभी 3 आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले क्रिकेट के इतिहास में एकमात्र कप्तान बन गए थे.
कुल मिलाकर, 200 एकदिवसीय मैचों में धोनी ने भारत की कप्तानी की जिसमें 110 मुकाबले टीम इंडिया ने जीते वहीं 74 मुकाबलों में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. वनडे क्रिकेट में धोनी का विन पर्सेंटेज 55 प्रतिशत रहा. वनडे वर्ल्ड कप में धोनी का रिकॉर्ड और भी शानदार रहा है. उन्होंने जिन 17 मैचों में कप्तानी की उनमें से भारत सिर्फ 2 में हारा था. टीम इंडिया का विनिंग पर्सेंटज 82 प्रतिशत का रहा.
धोनी के नेतृत्व में टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रदर्शन: कई लोगों का मानना है कि लिमिटेड ओवर क्रिकेट धोनी को टेस्ट क्रिकेट की तुलना में ज्यादा सूट करता था. हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में भी धोनी का रिकॉर्ड उनकी महानता की गवाही देता है. धोनी ने 60 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की जिसमें भारत ने 27 मैच जीते, 18 हारे और 15 ड्रॉ रहे. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया का विनिंग पर्सेंटेज 45% का रहा जो अभी भी टेस्ट इतिहास में कई प्रसिद्ध कप्तानों से ऊपर है.
माही ने महसूस किया कि लिमिटेड ओवर क्रिकेट में फोकस करने के लिए उन्हें टेस्ट क्रिकेट छोड़ना होगा. यही कारण था कि उन्होंने 30 दिसंबर 2014 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. हालांकि, इसके बाद भी वो टी20 और वनडे में भारत की कप्तानी करना जारी रखे हुए थे. एमएस धोनी का नाम कप्तानी का पर्याय बन गया है और जब भी क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों के बारे में बात होगी तो उसमें धोनी का नाम भी बड़े चाव से लिया जाएगा.