भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने एक बार फिर से बीसीसीआई के आदेश को अनसुना किया है, जहां उनकी रणजी ट्रॉफी से अनुपस्थिति जारी रही. ईशान का यह कदम निश्चित तौर पर बीसीसीआई को पसंद नहीं आएगा.
ईशान के फर्स्ट क्लास क्रिकेट नहीं खेलने और सिर्फ आईपीएल पर ध्यान केंद्रित करने के कारण ही बोर्ड न्यूनतम रणजी ट्रॉफी मैचों में खेलना अनिवार्य करने के लिए मजबूर हुआ है. ईशान जिस तरह से यात्रा की थकान का हवाला देकर लगातार घरेलू मैचों से बाहर रहे हैं, उससे भी भारतीय क्रिकेट के अधिकारी खुश नहीं है.
इससे भी अधिक यह पता चला कि वह मुंबई इंडियंस के अपने नए कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग कर रहे थे जबकि उनकी राज्य की टीम रणजी ट्रॉफी में ग्रुप ए स्टेज में निचले पायदान पर थी.
इस बात पर आम सहमति है कि एक सख्त नीति का पालन करने की आवश्यकता है ताकि युवा खिलाड़ी सिर्फ आईपीएल में खेलने को अपनी आदत नहीं बना लें.