एक तरफ जहां विराट कोहली और स्टीव स्मिथ टेस्ट क्रिकेट में पिछले कुछ सालों में रनों के लिए तरस रहे हैं, तो दूसरी ओर जो रूट एक के बाद शतक ठोककर रिकॉर्ड्स की बौछार कर रहे हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 115 रनों की रूट की शानदार पारी के बूते इंग्लैंड ने मैच को अपने नाम किया. तो दूसरे टेस्ट में भी इंग्लिश बल्लेबाज ने लगातार दूसरा शतक जमाया और तीसरे दिन 163 रन बनाकर नाबाद लौटे.
रूट के इंटरनेशनल करियर की यह 43वीं सेंचुरी रही और पूर्व कप्तान ने इस शतक को पूरा करने के लिए महज 115 गेंदें खेलीं. यह रूट के टेस्ट करियर का सबसे तेज शतक भी रहा.
साल 2021 की शुरुआत में रूट स्मिथ और कोहली से 10 शतक पीछे थे, लेकिन डेढ़ साल के अंदर इंग्लिश बल्लेबाज ने शतकों की लाइन लगा दी और स्मिथ-कोहली के 27 सेंचुरी के रिकॉर्ड की बराबरी कर डाली. यानी इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने डेढ़ साल में 10 शतक लगा डाले.
दुनिया के सबसे धाकड़ माने जाने वाले चार बल्लेबाजों में से इस समय सिर्फ रूट का बल्ला ही रन उगल रहा है. कोहली का आखिरी शतक 2019 में आया था तो स्मिथ ने 100 रनों का आंकड़ा जनवरी 2021 में पार किया था, जबकि विलियमसन ने भी अपने करियर की 24वीं सेंचुरी जनवरी 2021 में ही जमाई थी.
एक समय टॉप फॉर बल्लेबाजों में से सबसे कमजोर कड़ी माने जाने वाले रूट ने जो रफ्तार अब पकड़ी है उसके दम पर टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड फिर से बादशाहत की ओर लौट पड़ा है.