वनडे में केएल राहुल की बैटिंग पोजीशन को लेकर आए दिन चर्चा होती रहती है. 50 ओवर के फॉर्मेट में राहुल बतौर ओपनर फिट हों या ना हों, लेकिन मथ्यक्रम में दाएं हाथ का यह बल्लेबाज टीम इंडिया के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है. वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे में राहुल ने इस बात को एकबार फिर सही साबित करके दिखाया है.
राहुल जब क्रीज पर आए, तो भारतीय टीम 43 रन के स्कोर पर 3 विकेट गंवाकर मुश्किल में फंसी हुई थी. इसके बाद राहुल ने सूर्यकुमार यादव के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 91 रनों की शानदार पार्टनरशिप जमाई. हालांकि, वह अनलकी रहे और 49 रनों की बेहतरीन पारी खेलकर रनआउट हो गए.
भले ही राहुल को सलामी बल्लेबाज के तौर पर जाना जाता हो, लेकिन आंकड़े वनडे में उनको मथ्यक्रम में खिलाने के पक्ष में हैं. साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे से लेकर बात करें तो राहुल ने इस दौरान मथ्यक्रम में 12 वनडे मैच खेले हैं और उनके बल्ले से 63 की औसत से रन निकले हैं 623. इस दौरान कर्नाटक के इस बैट्समैन ने 2 शतक और 4 फिफ्टी जड़ी है. वहीं, बतौर ओपनर राहुल का एवरेज 46 का रहा है और वह कुल 3 शतक लगा सके हैं.
आंकड़े साफतौर पर गवाही दे रहे हैं कि राहुल मिडिल ऑर्डर के लिए हिट हैं और वह इसी पोजीशन पर खेलकर भारतीय टीम की कई समस्याओं का समाधान भी कर सकते हैं.