वेस्टइंडीज की डिएंड्रा डोटिन ने वीमेंस प्रीमियर लीग से बाहर रहने पर निराशा जताते हुए कहा कि इसके लिये गुजरात जाइंट्स ने जो कारण बताया, वह हैरान करने वाला है.
वेस्टइंडीज की 31 वर्ष की हरफनमौला डोटिन को अडानी समूह की टीम ने 60 लाख रूपये में खरीदा था लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने से पहले उन्हें चिकित्सा कारणों से बाहर कर दिया गया.
जाइंट्स ने कहा डोटिन निर्धारित समय सीमा तक चिकित्सा मंजूरी नहीं ले सकी जिसकी वजह से उनकी जगह आस्ट्रेलिया की किम गर्थ को टीम में जगह मिली.
डोटिन ने हालांकि ट्विटर पर कहा,‘‘मैं पहली महिला प्रीमियर लीग से मेरे बाहर होने को लेकर लग रही अटकलों पर संक्षिप्त बयान देना चाहती हूं. मैं इस सबसे बहुत निराश हूं. मेरे बाहर होने का जो कारण बताया, वह हैरान करने वाला है.’’
उन्होंने कहा ,‘‘अडानी समूह की गुजरात जाइंट्स टीम ने लीग की नीलामी में मुझे खरीदा था. टूर्नामेंट शुरू होने से पहले फ्रेंचाइजी ने दावा किया कि मुझे मेडिकल कारणों से बाहर रखा गया है. इसके बाद कहा गया कि मैं चिकित्सा मंजूरी नहीं ले सकी जबकि 20 फरवरी को ही मुझे वह मिल गई थी.’’
वेस्टइंडीज के लिये 143 वनडे और 127 टी20 खेल चुकी डोटिन ने कहा कि वह टीम प्रबंधन के फैसले से हैरान है.
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि मेरे पेट में हलका दर्द था और सूजन हो गई थी. मैने दिसंबर 2022 में इलाज कराया. इसके बाद विशेषज्ञों को दिसंबर और जनवरी में दिखाया. मुझे 13 फरवरी तक आराम के लिये कहा गया था और 14 फरवरी से मुझे फिटनेस गतिविधियों और खेलने की अनुमति मिल गई.’’
डोटिन ने कहा ,‘‘ मैने अभ्यास शुरू कर दिया. गुजरात जाइंट्स के फिजियो के साथ मैने पूरी ईमानदारी से सारी जानकारी साझा की लेकिन उसे तोड़ मरोड़कर पेश करके टीम प्रबंधन को बताया गया कि अभ्यास सत्र के बाद मुझे पेट में दर्द उठा है जबकि ऐसा नहीं था. बाद में टीम ने मुझे कनाडा में जांच कराने को कहा. मैंने अपने डॉक्टर इयान लुईस से 20 फरवरी को मिली मंजूरी भी टीम को दी थी.’’