ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को करारी शिकस्त मिली. इस बड़े फाइनल में अश्विन टीम का हिस्सा नहीं थे जिसपर अब इस दिग्गज गेंदबाज ने रिएक्शन दिया है. इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत के दौरान अश्विन से पूछा गया...
आप दुनिया में नंबर एक रैंकिंग के गेंदबाज हैं. लेकिन क्या आपको लगता है कि प्लेइंग 11 में शामिल होने के लिए आपको कुछ साबित करने की ज़रूरत है और आपको आपके प्राथमिक कौशल सेट के अलावा किसी चीज़ पर आंका जा रहा है?
इस सवाल का जवाब देते हुए अश्विन ने कहा, 'इसका उत्तर देना कठिन है. क्योंकि हम डब्ल्यूटीसी फाइनल के ठीक बाद खड़े हैं. मुझे खेलना अच्छा लगता क्योंकि मैंने वहां पहुंचने में एक भूमिका निभाई थी. यहां तक कि आखिरी फाइनल में मैंने चार विकेट लिए थे और अच्छी गेंदबाजी की थी.'
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2018-19 के बाद से, विदेशों में मेरी गेंदबाजी शानदार रही है और मैं टीम के लिए मैच जीताने में कामयाब रहा हूं. मैं इसे एक कप्तान या कोच के रूप में देख रहा हूं और मैं सिर्फ उनके बचाव में बात कर रहा हूं. इसलिए पिछली बार जब हम इंग्लैंड में थे, तो टेस्ट ड्रॉ होने के साथ 2-2 था और उन्हें लगा होगा कि इंग्लैंड में 4 पेसर और 1 स्पिनर का कॉबिंनेशनल बेस्ट है. फाइनल में जाने के बारे में उन्होंने यही सोचा होगा. समस्या एक स्पिनर के खेलने में ये है कि चौथी पारी में उसे गेंदबाजी मिले. चौथी पारी बहुत महत्वपूर्ण पहलू है और हमारे लिए इतना रन बनाना ताकि स्पिनर खेल में आ सके, यह पूरी तरह से मानसिकता की बात है.'