जयदेव उनादकट की अगुवाई में सौराष्ट्र ने फाइनल मुकाबले में बंगाल को हराते हुए दूसरी बार रणजी ट्रॉफी के खिताब पर कब्जा जमाया.ग्रीन पिच पर पहले गेंदबाजी करने का कप्तान जयदेव का फैसला सौराष्ट्र के गेंदबाजों ने एकदम सही साबित किया और बंगाल की पूरी टीम को 174 रनों पर ढेर कर दिया.
बंगाल के 174 रनों के जवाब में सौराष्ट्र के चार बल्लेबाजों ने अर्धशतक जमाया और पहली पारी के आधार पर टीम ने 230 रनों की विशाल बढ़त हासिल की. दूसरी पारी में बंगाल की ओर से कप्तान मनोज तिवारी और अनुस्तूप ने फिफ्टी जमाई, लेकिन उनादकट ने छह विकेट झटकते हुए बंगाल को 241 रनों पर समेटा.बंगाल से मिले 12 रनों को सौराष्ट्र ने महज एक विकेट खोकर तीन ओवर में हासिल कर लिया.