भारत के स्टार स्पिनर आर अश्विन ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि उन्हें संन्यास लेने के बाद इस बात का अफसोस रहेगा कि वह गेंदबाज क्यों बने. 2010 में डेब्यू करने वाले अश्विन ने अब तक 697 इंटरनेशनल विकेट अपने नाम किए हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने सफर के बारे में बात की.
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अश्विन ने कहा है कि क्रिकेट की दुनिया में बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच अलग-अलग बर्ताव किया जाता है. अश्विन ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' से कहा, ‘यह एक सच्ची कहानी है और मैं किसी बनावटी चीज पर बात नहीं करता. एक दिन मैं भारत-श्रीलंका का मैच देख रहा था और भारत की गेंदबाजी चरमरा गई थी. मेरे पसंदीदा सचिन तेंदुलकर थे, और वह जो भी रन बनाते थे हम गेंद से उन रनों को लीक कर देते थे.'
उन्होंने आगे कहा, 'उस दिन मैंने सोचा कि मुझे गेंदबाज होना चाहिए. मैंने खुद से पूछा कि क्या मैं मौजूदा गेंदबाजों से बेहतर नहीं हो सकता. मैंने ऐसा ही सोचा और इसलिए मैंने ऑफ स्पिन गेंदबाजी शुरू की और यहीं से इसकी शुरुआत हुई. हालांकि जब मैं संन्यास लूंगा, तो सबसे पहले मुझे इस बात का पछतावा होगा कि मैं इतना अच्छा बल्लेबाज था, मुझे कभी गेंदबाज नहीं बनना चाहिए था.’