मार्को जेनसन की बाहर जाती गेंद ने लिया विराट कोहली के बल्ले के किनारा और बॉल समा गई डिकॉक के दस्तानों में. इसके साथ ही एकबार फिर उन करोंड़ों फैन्स का दिल टूट गया, जो विराट के 71वें शतक की आस में अपने टीवी सेट से चिपके हुए थे. साल 2020 के बाद साल 2021 में भी भारतीय टेस्ट कप्तान सेंचुरी के सूखे को खत्म नहीं कर सके. चेहरे पर मायूसी और पवेलियन लौटने को मजबूर विराट खूब से भी खफा दिखा.
कोहली के बल्ले से इंटरनेशनल क्रिकेट में अब शतक निकले जमाना हो गया है. विराट ने नवंबर 2019 में अपनी लास्ट सेंचुरी जड़ी थी, जिसके बाद से तीनों फॉर्मेट को मिलाकर 60 पारियां बीत चुकी हैं. हर मुकाबले में जब विराट बल्ला थामकर मैदान पर उतरते हैं तो फैन्स टकटकी लगाए बस इसी बात का इंतजार करते हैं कि शायद आज वो दिन होगा जब उनका चहिते बल्लेबाज शान से शतक ठोककर बल्ला हवा में लहराएगा, पर पिछले दो साल में कोहली ने अपने फैन्स को मायूस ही किया है.
क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में साल 2021 विराट के लिए बल्ले से अच्छा नहीं रहा. कोहली ने इस साल खेले 11 मैचों की 19 पारियों में 28.21 की मामलूी औसत से सिर्फ 536 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से चार अर्धशतक निकले और सर्वाधिक स्कोर 72 रन रहा. टेस्ट क्रिकेट में साल 2018 में जो औसत 55 का था और 2019 में 68 का था वो अब 28 पर पहुंच गया है.
आंकड़ो को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि कोहली के बल्ले की चमक दिन प्रतिदिन फीकी पड़ती जा रही. हालांकि, तमाम भारतीय फैन्स यही उम्मीद करेंगे कि अगले साल फिर कोहली अपने विराट रूप में लौटेंगे और 22 गज की पिच पर फिर से उनका राज होगा.