ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन को चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड को हारते देखना अच्छा लगता है. उन्होंने इंग्लैंड के भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज 1-4 से हारने के बाद कहा कि उन्हें पता है कि टेस्ट क्रिकेट में भारत की 'बी' टीम से हारने का दर्द क्या होता है. पेन 2020-21 की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के कप्तान थे, जब भारत ने उसे उसकी धरती पर 2-1 से हराया था.
विराट कोहली उस समय पहले टेस्ट के बाद स्वदेश लौट आए थे और रोहित शर्मा पहले दो टेस्ट से बाहर थे. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उमेश यादव चोट के कारण बाहर थे, जबकि रविचंद्रन अश्विन और जसप्रीत बुमराह गाबा पर आखिरी टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं थे. तब अजिंक्य रहाणे ने युवा भारतीय टीम की अगुवाई करके ऐतिहासिक जीत दिलाई थी.
पेन ने कहा, 'मुझे पता है कि भारत की 'बी' टीम से हारना कैसा लगता है. हमारे साथ हमारे देश में यह हो चुका है.' उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ब्रैड हैडिन से एक पॉडकास्ट में कहा, 'भारत के कुछ बड़े खिलाड़ी इस सीरीज में भी नहीं थे जिसका इंग्लैंड को फायदा होना चाहिए था.' भारत ने विराट कोहली, मोहम्मद शमी, केएल राहुल और ऋषभ पंत के बिना यह सीरीज 4-1 से जीती. कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स के साथ इंग्लैंड की किसी सीरीज में यह पहली हार थी.
पेन ने कहा, 'मुझे इंग्लैंड को खेलते देखना और हारते देखना अच्छा लगता है. इंग्लैंड टीम काफी मनोरंजक है.' हैडिन ने कहा, 'भारतीय टीम इस सीरीज में सबसे मजबूत नहीं थी, लेकिन उन्होंने दिखा दिया कि भारतीय क्रिकेट में कितनी गहराई है. भारतीय क्रिकेट की अगली पीढी के कुछ बड़े नाम इस सीरीज से निकले हैं. यशस्वी जायसवाल और ध्रुव जुरेल ने शानदार प्रदर्शन किया.'