टेस्ट कप्तानी छोड़कर हर किसी को चौंकाने वाले विराट कोहली ने पहली बार अपने इस फैसले और तमाम तरह के सवालों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. कोहली का कहना है कि हर चीज का एक समय होता है और आपको पता होना चाहिए कि कब आपको आगे बढ़ना है.
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'फायरसाइड' चैट शो पर बातचीत करते हुए विराट ने कहा कि एक ग्रुप का लीडर होने के लिए आपको कप्तान होना जरूरी नहीं है. उन्होंने कहा कि आगे बढ़ना भी लीडरशिप का एक हिस्सा ही है और यह चीज समझना जरूरी है कि कब आपको यह कदम उठाना है. विराट ने कहा कि शायद एक बल्लेबाज के तौर पर वह टीम के लिए ज्यादा योगदान दे पाएंगे और जीत दिला सकेंगे.
धोनी द्वारा कप्तानी दिए जाने के समय को याद करते हुए विराट ने कहा कि जब वह कप्तान बने थे तो उनका फोकस कल्चर में बदलाव करने पर था, क्योंकि वह जानते थे कि खिलाड़ियों में स्किल्स की कोई कमी नहीं थी. विराट ने कहा कि जब वह एक खिलाड़ी थे, तब भी वह कप्तान की तरह ही सोचा करते थे.