भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर को अपने व्यवहार के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, हरमनप्रीत ने खुले तौर पर खराब निर्णय लेने के लिए ऑन-फील्ड अंपायर को फटकार लगाई थी. लेकिन, ऐसा पहली बार नहीं है कि कोई खिलाड़ी अंपायर के साथ तीखी नोकझोंक में शामिल हुआ हो. आइए एक नजर डालते हैं क्रिकेट फील्ड पर घटे खिलाड़ी-अंपायर विवाद के अन्य उदाहरणों पर.
शाकिब अल हसन ने लाइव मैच में खोया था आपा: बांग्लादेश के हरफनमौला खिलाड़ी शाकिब अल हसन को फील्ड पर अंपायर के फैसले से रुष्ट होने के चलते हद से ज्यादा गुस्सा होते हुए देखा गया था. शाकिब ने 2021 में ढाका प्रीमियर लीग मैच में दो बार अपना आपा खोया था. जहां पहली बार उनकी एलबीडब्ल्यू अपील खारिज होने के बाद, शाकिब ने गुस्से में लाल होकर स्टंप्स पर लात मारी थी वहीं इसी मैच के दौरान शाकिब को अंपायर के फैसले से निराश होकर गुस्से में स्टंप उखाड़कर फेंकते हुए देखा गया था. इस हरकत के चलते उन पर 3 मैचों का प्रतिबंध और जुर्माना लगाया गया था.
टीम इंडिया और स्टीव बकनर विवाद: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 सीरीज के दौरान अंपायर स्टीव बकनर के तमाम विवादास्पद फैसलों से टीम इंडिया काफी ज्यादा आहत हुई थी. टीम इंडिया के विरोध के बाद ही अगले टेस्ट मैच से बकनर को अंपायरिंग से हटाया गया था. भारत इस बात पर अड़ा हुआ था कि अगर बकनर को नहीं हटाया गया तो फिर वो दौरा बीच में ही छोड़ देंगे. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और आईसीसी को तब एकमात्र तरीका बकनर को हटाना ही नजर आया था.
माइकल क्लार्क और अलीम डार: 2013 एशेज सीरीज के दौरान, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क की ऑन-फील्ड अंपायर अलीम डार के साथ तीखी नोकझोंक में शामिल होते हुए देखा गया था. दरअसल, क्लार्क चाहते थे कि कम रोशनी के कारण अंतिम दिन अंपायर खेल की समाप्ति का ऐलान कर दें, लेकिन, ऐसा ना होने पर वो नाराज हो गए और अलीम डार से उलझ गए. उस घटना को याद करते हुए क्लार्क ने कहा था, 'मुझे याद है कि अलीम ने मुझे छुआ था और मैंने उससे विनम्रता से कहा था कि वो मुझे न छुए क्योंकि अगर मैंने उन्हें छुआ तो मुझे तीन मैचों के लिए निलंबित कर दिया जाएगा.'
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कैप्टन कूल धोनी ने खोया था आपा: आईपीएल 2019 में चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के मैच के दौरान कैप्टन कूल धोनी को अपना आपा खोते हुए देखा गया था. दरअसल, हुआ यूं कि सीएसके को आखिरी ओवर में जीत के लिए 18 रन चाहिए थे और बेन स्टोक्स ने मिचेल सेंटनर को हाई फुल टॉस गेंद फेंकी जिसे ऑन-फील्ड अंपायर ने पहले नो-बॉल करार दी थी लेकिन, स्क्वायर-लेग अंपायर से सलाह लेने के बाद उन्होंने अपना फैसला बदल लिया था. इससे डगआउट में बैठे धोनी काफी ज्यादा नाराज हुए और फील्ड में पहुंचकर अंपायर से उलझ गए थे.