यह जगजाहिर है कि वीवीएस लक्ष्मण की भारतीय टीम के हेड कोच पद पर काबिज होने की कोई इच्छा नहीं है और नेशनल क्रिकेट अकैडमी (एनसीए) में क्रिकेट प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल इस साल सितंबर में खत्म हो रहा है. ऐसे में यह देखना होगा कि बीसीसीआई किस तरह उन्हें सेटअप में बरकरार रखने में कामयाब होता है. कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटॉर गौतम गंभीर को बीसीसीआई के लिए उपलब्ध विकल्पों में प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सचिव जय शाह ने नेशनल टीम के सीनियर खिलाड़ियों से गंभीर पर सर्वसम्मति से रजामंदी के बारे में बात की है या नहीं.
SRH vs RR, Qualifier 2: राजस्थान या हैदराबाद किसे मिलेगा फाइनल का टिकट? जानें कौन पड़ा है किस पर भारी
शाह ने शुक्रवार को एक बयान में किसी भी ऑस्ट्रेलियाई उम्मीदवार से संपर्क किए जाने से इनकार किया था. उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि बीसीसीआई भारतीय कोच की तलाश कर रहा है जो देश के क्रिकेट को अंदर से बखूबी जानता हो. लक्ष्मण एनसीए में करीब तीन साल के कार्यकाल के दौरान अंतरिम भारतीय कोच रह चुके हैं जिससे हैदराबाद का यह स्टाइलिश पूर्व क्रिकेटर इस पद के लिए सबसे मुफीद दिखता है. लेकिन उन्होंने इस पद के लिए आवेदन ही नहीं किया है जो अगले साढ़े तीन सालों के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से काफी थकाऊ होगा. आवेदन की अंतिम तारीख 27 मई है.
अगर वह आवेदन करते हैं तो बीसीसीआई के हाई परफोरमेंस सेंटर में अपनी साख की बदौलत वह मजबूत दावेदार होंगे. बीसीसीआई भी इस 49 साल के खिलाड़ी के लिए रुकना चाहेगा और शायद उन्हें इस शीर्ष पद के लिए मनाने की कोशिश भी करेगा. बीसीसीआई के पूर्व अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, 'यह पूरी तरह से शाह पर निर्भर करगा लेकिन उन्हें वीवीएस लक्ष्मण को भारतीय कोचिंग सेटअप का हिस्सा बनने के लिए मनाना होगा, कम से कम जब वे टेस्ट सीरीज खेलें.'
उन्होंने कहा, 'अगर वह पूर्णकालिक पद पर काम करने के इच्छुक नहीं हैं तो जब भारतीय टीम इस साल ऑस्ट्रेलिया और अगले साल इंग्लैंड में टेस्ट खेलेगी तो वह सलाहकार के तौर पर जुड़ सकते हैं.' यह भी समझा जा सकता है कि एनसीए का कार्यकाल खत्म होने के बाद लक्ष्मण का फिर से आईपीएल में जाना मुश्किल नहीं होगा क्योंकि उनके पास कम से कम एक फ्रेंचाइजी की पेशकश है.