भारत के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह और सचिन तेंदुलकर सबसे करीबी दोस्तों में से एक रहे हैं. सचिन युवराज के लिए सिर्फ एक आदर्श नहीं हैं, बल्कि एक अभिभावक की तरह हैं, जो संकट के समय में मैदान पर और मैदान के बाहर हमेशा काम आए हैं. तेंदुलकर सोमवार को 50 साल के हो जाएंगे. इस मौके पर युवी ने उनके संग अपना अनुभव शेयर किया है.
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उन्होंने कहा, 'जब मैं इंटरनेशनल क्रिकेट खेलता था तब हमारे पास कोच होते थे लेकिन अगर मुझे अपनी बल्लेबाजी में कोई तकनीकी समस्या आती थी, तो मैं उनसे ही सलाह लेता था. उन्होंने हमेशा समस्या का समाधान प्रदान किया लेकिन वह सिर्फ मेरे क्रिकेट के आदर्श नहीं थे. मैदान के बाहर भी वह मेरे लिए एक अभिभावक की तरह रहे हैं. जब भी मैंने जीवन में किसी व्यक्तिगत संकट या दुविधा का सामना किया, पाजी पहले व्यक्ति होते है जिससे मैं सुझाव लेता हूं. उनके पास हमेशा मेरे लिए सबसे अच्छा सबक और सलाह होती थी.'
युवराज ने 2011 वर्ल्ड कप की उस घटना को भी याद किया जब वह लगातार खांसते-उल्टी करते रहते थे और इसके कारण ठीक से अपनी नींद भी पूरी नहीं कर पाते थे. इस दौरान तेंदुलकर ने उनका पूरा साथ दिया.