श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज सोमवार को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ 'टाइम आउट' दिए गए और इंटरनेशनल क्रिकेट में इस तरह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने. सदीरा समरविक्रमा के आउट होने के बाद मैथ्यूज जैसे ही क्रीज पर पहुंचे और हेलमेट लगाने लगे तो उसका स्ट्रैप टूट गया. उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट लाने का इशारा किया, लेकिन इसमें काफी समय लग गया.
इस बीच बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैथ्यूज के खिलाफ टाइम आउट की अपील की और अंपायर मराइस इरासमस ने उन्हें आउट करार दे दिया. मैथ्यूज ने अंपायर और शाकिब से बात की और अपने हेलमेट का टूटा हुआ स्ट्रैप भी दिखाया, लेकिन बांग्लादेश के कप्तान ने अपील वापस लेने से इनकार कर दिया और श्रीलंका के बल्लेबाज को वापस लौटना पड़ा.
मैथ्यूज इससे काफी नाराज दिखे और उन्होंने बाउंड्री पर अपने हेलमेट का टूटा हुआ स्ट्रैप सभी को दिखाया और फिर गुस्से में इसे जोर से जमीन पर दे मारा. क्रिकेट के नियम 40.1.1 के अनुसार, अगर किसी बल्लेबाज के आउट या रिटायर होने पर अगला बल्लेबाज नियमित समय के भीतर अगली गेंद का सामना नहीं करता है तो उसे टाइम आउट दिया जा सकता है. शाकिब के अपील वापस नहीं लेने से हालांकि क्रिकेट भावना को लेकर सवाल भी उठे हैं.
बांग्लादेश के खिलाफ इस मैच में शतक जड़ने वाले श्रीलंका के बल्लेबाज चरिथ असलंका ने इसे खेल भावना के लिए खराब करार दिया. असलंका ने कहा, 'मेरा कहना यह है कि मैथ्यूज के आउट होने का तरीका खेल भावना के लिए अच्छा नहीं है.'
कमेंटरी कर रहे पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज गेंदबाज वकार यूनिस ने इसे खेल भावना के विपरीत करार दिया जबकि भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने लिखा, 'दिल्ली में आज जो हुआ वह बेहद निराशाजनक है.'
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने सवाल उठाया कि मैथ्यूज को 'टाइम आउट' कैसे दिया जा सकता है जबकि वह क्रीज पर थे और उनके हेलमेट का स्ट्रैप टूट गया था. ख्वाजा ने 'एक्स' पर लिखा, 'एंजेलो क्रीज पर आया और उसके बाद उसके हेलमेट का स्ट्रैप टूट गया. यह टाइम आउट कैसे है. अगर वह क्रीज पर नहीं आता तो मैं टाइम आउट के पक्ष में था लेकिन यह बेवकूफाना है.'