वनडे और टी20 के बाद भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट प्रारूप में शानदार वापसी करके अपने आलोचकों का मुंह हमेशा के लिए बंद कर दिया है. कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट के चौथे दिन शतक जड़कर भारतीय फैंस का दिल खुश कर दिया है. कोहली ने इससे पहले लगभग साढ़े 3 साल पहले 2019 में अपनी आखिरी टेस्ट सेंचुरी लगाई थी.
34 वर्षीय क्रिकेटर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने 28वें टेस्ट 100 के स्कोर तक पहुंचने के लिए केवल 7 चौके लगाकर संयम रखते हुए पारी खेली. अपने करियर का 75वां अंतर्राष्ट्रीय शतक जड़ते ही कोहली ने रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी है.
हालांकि बल्लेबाजी के जादूगर सचिन तेंदुलकर के 100 शतकों के अविश्वसनीय रिकॉर्ड से 25 शतक पीछे हैं, लेकिन वो सचिन को पीछे छोड़ते हुए सबसे कम पारियों में 75 शतकों तक पहुंचने पारिवाले क्रिकेटर बन गए हैं. विराट कोहली ने इसके लिए जहां 552 पारियां खेलीं तो वहीं सचिन तेंदुलकर ने अपनी 566वीं पारी में ये कारनामा किया था.
चौथे टेस्ट के तीसरे दिन अर्धशतक जड़ते ही पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने एक और नया मुकाम हासिल कर लिया है. उन्होंने अपनी पारी के दौरान भारत में अपने 4000 टेस्ट रन पूरे कर लिए. वह 77 पारियों में इस मुकाम तक पहुंचने वाले तीसरे सबसे तेज खिलाड़ी बन गए और भारत के वर्तमान हेड कोच राहुल द्रविड़ (88) और लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर (87) से आगे निकल गए.
कोहली को इस मुकाम तक पहुंचने के लिए 42 रनों की जरूरत थी और उन्होंने अंतिम सत्र में नाथन लियोन की गेंद पर चौका लगाते ही यह उपलब्धि अपने नाम कर ली. कोहली का भारत में औसत 58.82 का है, जो इस लिस्ट में सबसे ज्यादा है.
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