भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने एक इंटरव्यू के दौरान पूर्व भारतीय क्रिकेटर रोबिन उथप्पा के साथ अपने मुश्किल समय के बारे में खुल कर बात की. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने खुद को अपने मुश्किल समय में संभाला जब बाकी क्रिकेटर टीम में अपनी जगह बनाने के लिए जी-जान लगा रहे थे.
उन्होंने कहा,'मुझे लगा कि अगर मैं रैट-रेस का हिस्सा बने रहने की कोशिश करता रहूंगा तो मैं एक ऐसी जगह चला जाऊंगा जो मेरे लिए बिलकुल हेल्दी नहीं होगा. मैं लोगों की उम्मीदों वाला और जो उनके मन में विराट कोहली की छवि है, बनने की कोशिश करता था जो मुझे अंदर ही अंदर बहुत परेशान कर रहा था. क्योंकि मैं कभी खुद को जो हूं उससे अलग दिखाने की कोशिश करने वालों में से नहीं रहा हूं. ये मुझे बहुत परेशान कर रहा था.'
उन्होंने आगे बताया,'मुझे किसी के लिए भी बोझ नहीं बनना था और यह किसी के लिए भी उचित नहीं था. मुझे लगा, मैं जैसा हूं वैसे ही रहना चाहिए और ऐसा करके मुझे अच्छा लगा. अगर लोगों को ये लगा कि मैं मानसिक तौर पर कमजोर हूं या मैं परेशानी में हूं तो यही सही. एशिया कप के पहले मैं ये भी सोच रहा था कि शायद अगला महीना मेरा कॉम्पिटीटीव क्रिकेट में आखिरी महीना हो सकता है. मैंने इन भावनाओं को जाने दिया क्योंकि इसी की बदौलत में वापस हेल्दी स्टेट में लौट पाया.
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