19 गेंदों पर 62 रनों की पारी...महज 15 बॉल पर अर्धशतक और 326 के स्ट्राइक रेट से RCB के जबड़े से जीत खींच लेना. आंकड़े ये बताने के लिए काफी हैं कि आखिर क्यों लखनऊ सुपर जायंट्स ने निकोलस पूरन पर बड़ा दांव खेला है.
LSG ने पूरन पर 16 करोड़ रुपये खर्चे जिस पर काफी सवाल उठे थे और सभी बहसों के पीछे उनके पिछले सीजन्स की फॉर्म को आधार बनाया गया. IPL 2020 में पूरन खराब फॉर्म से जूझते रहे और 14 मैचों में 353 रन ही बना सके. सबसे ताबड़तोड़ बल्लेबाजों में काउंट होने वाले पूरन के नाम LSG से जुड़ने से पहले IPL में सिर्फ चार ही अर्धशतक थे. लखनऊ के अलावा पूरन पंजाब में भी केएल राहुल के साथ ही खेल रहे थे. इसके बाद पूरन सनराइजर्स हैदराबाद से जुड़े जिन्हें फ्रेंचाइजी ने 10.75 करोड़ रुपये में खरीदा.
पूरन के लिए टीमें बदलती गईं, साथ खेलने वाले प्लेयर्स चेंज होते गए लेकिन उनकी आउट ऑफ फॉर्म इनकंसिस्टेंट रही और IPL का 2021 सीजन उनके लिए किसी नाइटमेयर से कम नहीं रहा. साल 2021 में पूरन के नाम फोर्थ डाउन पर खेलते हुए सबसे ज्यादा बार डक पर पवेलियन लौटने का शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ा. इस सीजन खेले 12 मैचों में वो 85 रन ही बना सके.
लेकिन कौन जानता था कि चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक मजबूत टीम के खिलाफ जब टीम पर हार के बादल छाएंगे तो ये घायल शेर IPL इतिहास की सबसे यादगार जीत की कहानी लिख देगा. बैंगलोर के खिलाफ पूरन की ये पारी जीत के बाद मिले दो अंकों से ज्यादा मायने रखती है क्योंकि इससे टीम को नया बूस्ट मिला है. अपने बेखौफ अंदाज के बूते जहां पूरन, मेंटॉर गौतम गंभीर की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं वहीं उन्होंने बाकी टीमों को भी क्लियर मैसेज दे दिया है कि कोई उन्हें हल्के में लेने की भूल ना करे.