भारत में क्रिकेट सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला खेल है. भारत में क्रिकेट ब्रिटिश काल से ही खेला जा रहा है. लेकिन अब भारत की इस खेल में तूती बोलती है. जब क्रिकेट की बात आती है तो उसमें महेंद्र सिंह धोनी का नाम अपने आप आ जाता है. धोनी क्रिकेट में एक ऐसा नाम है, जो किसी पहचान का मोहताज नहीं है. यह कहना गलत नहीं होगा कि हमारे देश की क्रिकेट टीम को जो भारी लोकप्रियता मिली है, वह महेंद्र सिंह धोनी नाम के एक बेहतरीन कप्तान की वजह से भी है. धोनी ने अपनी शानदार कप्तानी और खेल की समझ के दम पर इस खेल में जमकर नाम कमाया. वैसे तो भारतीय टीम के लिए सौरभ गांगुली, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे महान कप्तानों ने भी कई ऐतिहासिक उपलब्धियां अर्जित की हैं, लेकिन जब बात वर्ल्ड कप की आती है तो यहां धोनी इन सभी कप्तानों से कोसों आगे निकल जाते हैं.
IPL 2024: 'अगले कुछ साल और खेल सकते हैं धोनी', माइकल हसी ने दिया बयान
1981 में जन्मे महेंद्र सिंह धोनी एक साधारण परिवार से संबंध रखते थे. एक अच्छा खिलाड़ी बनने की उनकी महत्वाकांक्षा ने उन्हें क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तानों में से एक बना दिया. उन्होंने पहले फुटबॉल और बैडमिंटन में जोरदार प्रदर्शन किया था. बाद में जब उनके फुटबॉल कोच ने उन्हें एक स्थानीय क्रिकेट क्लब में भेजा, जहां उनमें क्रिकेट की समझ विकसित हुई. बाद में वह उस टीम के विकेटकीपर बन गए. उन्होंने 10वीं क्लास के बाद क्रिकेट पर ध्यान देना शुरू कर दिया. उसके बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उनकी खेल की समझ ने हर दौर में लोगों का दिल जीता. रणजी लेवल पर उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन को देखने के बाद उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया था.
2007 में जब उन्होंने पहली ही बार में टीम इंडिया को टी-20 वर्ल्ड कप जिता दिया तो बाद में बीसीसीआई ने उन्हें वनडे फॉर्मेट की भी कमान सौंपी. उन्होंने अपनी कप्तानी की असली चमक 2011 में दिखाई और 28 साल का सूखा खत्म करते हुए भारत को अपने घर में वर्ल्ड चैम्पियन बनाया. तब से लेकर अब तक उन्होंने दुनिया भर में खूब वाहवाही लूटी है. झारखंड के एक साधारण लड़के से लेकर भारतीय क्रिकेट टीम को 2007 टी-20 वर्ल्ड कप कप और 2011 वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान तक की उनकी यात्रा काफी यादगार रही है.
धोनी को मैदान पर उनके असाधारण क्रिकेट कौशल, लीडरशिप क्वालिटी और दबाव में निखरने के लिए जाना जाता है. धोनी की झोली में अनगिनत उपलब्धियां है. यही वजह है कि धोनी की विरासत उनकी क्रिकेट उपलब्धियों से भी आगे तक फैली हुई है. मैदान पर उनके शांत व्यवहार के लिए उनकी जमकर तारीफ की जाती है, जिसकी वजह से फैन्स को उन्हें 'कैप्टन कूल' का टाइटल मिला. धोनी की महानता और लोकप्रियता सिर्फ क्रिकेट तक ही सीमित नहीं है. यही वजह है कि सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि दूसरे खेलों के एथलीट भी उन्हें अपना प्रेरणास्त्रोत मानते हैं.
धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि आईपीएल में भी जमकर सफलता हासिल की. वह दुनिया की इस सबसे बड़ी लीग के संयुक्त रूप से सबसे सफल कप्तान हैं, जहां उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स को पांच बार खिताब जिताया है. इस लीग में उनके लिए फैन्स की दीवानगी देखते ही बनती है. उनके लिए लोग कुछ इस कदर दीवाने हैं कि मैच खत्म होने के बावजूद अपनी सीट से उठते नहीं थे, क्योंकि उन्हें पता होता था कि उनका माही बोलने के लिए आने वाला है. चाहे सामने कोई भी टीम हो और मैच कहीं भी हो रहा हो, अगर धोनी खेल रहे होते थे तो पूरे स्टेडियम में सिर्फ 'धोनी-धोनी' की गूंज सुनाई देती थी. तमिलनाडु में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ उनके जुड़ाव और उनके नेतृत्व गुणों के कारण उनके फैन्स उन्हें प्यार से 'थाला' बुलाते हैं, जिसका मतलब है नेता या मुखिया.