14 साल के लंबे इंतजार के बाद राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल के फाइनल में कदम रखा है. नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे क्वालिफायर में बैंगलोर को 7 विकेट से पीटकर संजू सैमसन एंड कंपनी ने 2008 के बाद फाइनल का टिकट हासिल किया. आइए आपको बताते हैं किन तीन वजहों के चलते राजस्थान के रॉयल्स का हर इस सीजन हल्ला.
राजस्थान अगर फाइनल में जगह बनाने में सफल रही तो इसका बड़ा क्रेडिट जोस बटलर को जाता है. बटलर इस सीजन अलग ही बल्लेबाज नजर आए और उन्होंने बड़ी से बड़ी टीम के गेंदबाजी अटैक से जमकर खिलवाड़ किया. इंग्लिश ओपनर ने इस सीजन चार शतक ठोके, तो इतनी ही फिफ्टी जमाई.
बल्ले से तो संजू ने अपने रोल को बखूबी निभाया ही, लेकिन कप्तानी में भी इस खिलाड़ी ने पूरे नंबर कमाए. डेथ ओवरों में हाथ से फिसलते मैच के दौरान संजू सैमसन ने जिस तरह से मुकाबले को धीमा करते हुए कहानी पलटी उसकी हर तरफ वाहवाही हुई.
एक छोर से अश्विन ने रनों पर लगाम लगाई तो दूसरी तरफ से चहल ने दबाव का फायदा उठाते हुए अपनी झोली को विकेटों से भरा. चहल ने 26 विकेट निकाले, तो अश्विन ने बल्लेबाजों को रनों के लिए तरसाया. गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी अश्विन ने विपक्षी टीम को इस सीजन सरप्राइज किया.