ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने माना कि हांगझू में होने वाली जैवलिन स्पर्धा में सभी की नजर उनपर और पाकिस्तान के एथलीट अरशद नदीम पर होगी.
भाला फेंक स्पर्धा से पहले, चोपड़ा ने समाचार एजेंसी एएनआई से अपनी तैयारियों और कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के अरशद नदीम सहित अपनी प्रतिस्पर्धा पर बात की.
25 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा,'एथलेटिक्स में, आप खुद से प्रतिस्पर्धा करते हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए खुद को प्रेरित करते हैं. हां, एशियाई खेलों में भारत और पाकिस्तान पर कुछ ध्यान केंद्रित है क्योंकि वहां कोई यूरोपीय एथलीट नहीं हैं, लेकिन मेरी लड़ाई मेरे खिलाफ है, मुझे अपनी तकनीक और थ्रो में सुधार करना होगा.'
नदीम के साथ अपनी प्रतिद्वंद्विता के बारे में विस्तार से बताते हुए, नीरज ने कहा, 'जब भी अरशद ने मेरे साथ खेला है, मैंने जीत हासिल की है. लेकिन ध्यान हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर होता है, इस पर नहीं कि मेरे खिलाफ कौन खेल रहा है.'
प्रतिष्ठित 90 मीटर का निशान लंबे समय से नीरज से दूर रहा है, लेकिन ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता को इसकी हड़बड़ी नहीं है.
नीरज ने आगे कहा,'मैं इसके बहुत करीब हूं. मैं उस थ्रो को स्वयं मारना चाहता हूं. मैं प्रोसेस में विश्वास करता हूं. जब भी होगा, तब होगा. मैं जल्दी में नहीं हूं. मैं अपने लगातार प्रदर्शन से खुश हूं, यही मेरा मुख्य फोकस है.'
उन्होंने कहा कि उन्हें यह बात पसंद है कि वह पिछले चार वर्षों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि वह न केवल मैदान पर बल्कि प्रशिक्षण में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं.
नीरज ने कहा,'यह सिर्फ थ्रो में निरंतरता के बारे में नहीं है, बल्कि प्रशिक्षण में भी है. अच्छी तरह से प्रशिक्षण लेते रहें और अपनी तकनीक पर काम करें. इससे सुधार होता है. पिछले साल मैंने दो राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए, यह अच्छा था. मैंने सुधार किया. इस साल मुझे अच्छा महसूस हुआ, लेकिन चोटें एक अस्थायी बाधा साबित हुईं. लगातार बने रहना अच्छा लगता है.'
वर्ल्ड चैंपियन नीरज चोपड़ा हांगझू में हैं और पूरा देश 4 अक्टूबर को इस स्टार के मैदान पर उतरने का इंतजार कर रहा है.
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