खेल मंत्रालय के मौजूदा चयन मानदंडों में ढील देने के फैसले के बाद भारत की पुरुष और महिला फुटबॉल टीमों का चीन के हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों में भागीदारी का रास्ता साफ हो गया. भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने इससे पहले इस आधार पर भारतीय फुटबॉल टीमों को एशियाई खेलों में भाग लेने की मंजूरी नहीं दी क्योंकि वह रैंकिंग में एशिया की टॉप आठ टीमों में शामिल नहीं हैं.
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इसके बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में पुरुष और महिला टीमों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए खेल मंत्रालय से अपील की थी. भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमक ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की थी.
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘भारतीय फुटबॉल प्रेमियों के लिए अच्छी खबर। हमारी पुरुष और महिला दोनों टीम आगामी एशियाई खेलों में भाग लेंगी.’ उन्होंने आगे कहा, ‘भारत सरकार के खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय ने इन दोनों टीमों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए नियमों में ढील देने का फैसला किया है. वर्तमान मानदंडों के हिसाब से दोनों टीम क्वालीफाई नहीं कर रही थी.’
ठाकुर ने कहा, ‘हाल में उनके प्रदर्शन को देखते हुए मंत्रालय ने नियमों में ढील देने का फैसला किया. मुझे पूरा विश्वास है कि वे एशियाई खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके देश को गौरवान्वित करेंगे.’ मंत्रालय के टीम प्रतियोगिताओं के लिए चयन मानदंडों के अनुसार अपने संबंधित खेल में महाद्वीपीय रैंकिंग में शीर्ष आठ पर रहने वाली टीमों को ही एशियाई खेलों में खेलने की परमिशन दी जाती है.