भारत के नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन मुसीबत में पड़ गए हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाले इस खिलाड़ी, उनके परिवार और पूर्व नेशनल कोच विमल पर उम्र संबंधी धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया गया है. बेंगलुरु में दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि लक्ष्य ने अपने भाई चिराग सेन के साथ 2010 में खेलने के लिए फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनवाया था.
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जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है उसमें लक्ष्य सेन के माता-पिता और भाई भी शामिल हैं. लक्ष्य के बड़े भाई चिराग भी खुद बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं. इस केस में आईपीसी की अलग-अलग धाराएं लगाई गई हैं. उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले सेन बंधु बेंगलुरु में प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी में विमल से ट्रेनिंग लेते हैं, जबकि शिकायतकर्ता इसी महानगर में एक और अकेडमी चलाता है.
कोच विमल कुमार ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा कि यह बहुत कष्टदायक है और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का तरीका है. इन सब चीजों से लक्ष्य मानसिक रूप से बहुत दुखी हुआ है. इस मामले पर अभी लक्ष्य और उसके परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.