भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने WFI की सदस्यता रद्द होने के लिए तीन पहलवानों बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक को जिम्मेदार ठहराया है. विनेश ने हालांकि बृजभूषण पर पलटवार करते हुए इस परिस्थिति के लिये उन्हें जिम्मेदार बताया.
विश्व कुश्ती की सर्वोच्च संचालन संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने समय पर चुनाव नहीं कराने के कारण WFI को निलंबित कर दिया जिसका मतलब है कि भारतीय पहलवान अपकमिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में नहीं खेल पाएंगे.
विनेश फोगट ने इसके बाद शनिवार को सोशल मीडिया पर बृजभूषण के लिए ‘माफिया’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए लिखा, 'बृजभूषण की वजह से भारतीय कुश्ती को जितना नुकसान उठाना पड़ा है, अगर उसका सही से आकलन कर लिया जाए तो इसका कच्चा चिट्ठा सामने आ जाएगा. एक माफिया की वजह से तिरंगे का अपमान हुआ है.'
मालूम हो कि डब्ल्यूएफआई के चुनाव 12 अगस्त को होने थे लेकिन पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने हरियाणा कुश्ती संघ की याचिका पर रोक लगा दी.
बृजभूषण ने शनिवार को एक निजी कालेज में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, 'आज बहुत दुखद स्थिति है कि चुनाव ना हो पाने के लिए भारत पहली बार यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग) से प्रतिबंधित हुआ है. अगर इस समस्या का शीघ्र समाधान न हुआ तो भारत को बड़ा नुकसान होगा. एशियाई खेलों, ओलंपिक खेलों और विश्व चैम्पियनशिप में भारत के ध्वज तले कोई भी पहलवान कुश्ती नहीं लड़ सकेगा.'
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बृभभूषण के संवाददाता सम्मेलन के बाद विनेश ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'बृजभूषण सिंह खुद कुश्ती महासंघ पर कब्जा किए बैठा है, अपने दखल के बिना महासंघ का गठन नहीं होने दे रहा है. महिला पहलवानों का शोषण करने वाला ये आदमी इसलिए महासंघ पर अपना कब्जा रखना चाहता है क्योंकि अगर इसके गुर्गों की जगह कोई सही इंसान अध्यक्ष बन गया तो बृजभूषण के काले कारनामे बाहर आ जाएंगे. एक अपराधी अपने आपको बचाने के लिए देश का कितना बड़ा नुकसान कर रहा है, यह जगज़ाहिर है. बृजभूषण अपने आपको बचाने और महासंघ को अपने कब्जे में रखने के लिए हर ऐसी चाल चल रहा है जिससे भारतीय कुश्ती कमजोर हो.'