इतना भी गुमान ना कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर,
शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं.
फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल, अर्जेंटीना और लियोनल मेसी के नाम से गूंजता पूरा स्टेडियम.इन सबके बीच फ्रांस का एक 23 साल का खिलाड़ी ऐसा खेल दिखाता है कि मेसी को देखने आए फैन्स इस प्लेयर के मुरीद होकर घर लौटते हैं.
शायद आप समझ ही गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं, अगर नहीं तो काइलन एमबाप्पे का नाम याद कर लीजिए.ऊपर लिखी गई पक्तियां एमबाप्पे पर एकदम फिट बैठती हैं.23 साल का यह युवा खिलाड़ी फाइनल में अर्जेंटीना और जीत के बीच पूरे मैच में सीना ताने खड़ा था. अर्जेंटीना की टीम मिलकर फाइनल में गोल दाग रही थी, तो फ्रांस के लिए एमबाप्पे किसी योद्धा माफिक हर वार का पलटवार कर रहे थे.
79 मिनट के खेल में अर्जेंटीना 2-0 से आगे चल रही थी और मेसी फैन्स ने वर्ल्ड कप जीतने का सपना साकार भी मान लिया था. लेकिन, वो एमबाप्पे ही थे, जिन्होंने 60 सेकंड में पूरा खेल पलट डाला. जिन दो गोल को दागने में अर्जेंटीना को 36 मिनट लगे, वही दो गोल एमबाप्पे ने एक मिनट के अंदर मारकर मैदान पर सनसनी फैला दी. एक्स्ट्रा टाइम में वो एमबाप्पे ही रहे, जिन्होंने मेसी मैजिक को एकबार फिर फीका करते हुए फ्रांस के लिए तीसरा गोल दागा.
पेनल्टी शूटआउट में भी एमबाप्पे ने बॉल को एकदम सही ठिकाने पर पहुंचा और वर्ल्ड कप के फाइनल में गोल की हैट्रिक लगा डाली. 23 साल के एमबाप्पे विश्व कप फाइनल में गोल की हैट्रिक लगाने वाले महज दूसरे ही खिलाड़ी हैं.यह कारनामा तो रोनाल्डो और मेसी भी नहीं कर सके हैं.वर्ल्ड कप के फाइनल में सर्वाधिक गोल करने का रिकॉर्ड अब एमबाप्पे के नाम हो चला है.पिछले दफा फाइनल में भी एमबाप्पे ने फ्रांस को निर्णायक गोल से चैंपियन बनाया था.
कतर में हुए फीफा वर्ल्ड कप 2022 में एमबाप्पे ने सर्वाधिक 8 गोल दागे. यानी लियोनल मेसी से भी एक ज्यादा. जिसके लिए एमबाप्पे को गोल्डन बूट से नवाजा गया.23 साल की उम्र और दो विश्व कप में एमबाप्पे के नाम 12 गोल दर्ज हो गए हैं.
एमबाप्पे को अगर बाकी प्लेयर्स का साथ मिला होता, तो शायद अर्जेंटीना और मेसी का ख्वाब एकबार फिर अधूरा रह जाता. खैर, जिस तरह का खेल फ्रांस के इस फॉरवर्ड खिलाड़ी ने दिखाया, उसको देखने के बाद कहना होगा, 'यह राह संघर्ष की जो चलता है, वो ही इस संसार को बदलता है. जिसकी रातों से जंग हो जाती है, सूर्य बनकर वही सुबह निकलता है.