'काश मैं लड़का होती' यह दर्द भरे शब्द उस टेनिस चीनी खिलाड़ी की जुबान से निकले हैं, जिसने फ्रेंच ओपन में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी इगा स्वितेक के खिलाफ लगभग इतिहास रच ही डाला था. लेकिन, उसके दमदार खेल और जज्बे के बीच ऐसी समस्या आड़े आई जिसको वह चाहकर भी मात नहीं दे सकी.
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पीरियड्स की समस्या ने झेंग किनवेन से इतिहास रचने का सुनहरा मौका छीन लिया. चीन की खिलाड़ी किनवेन फ्रेंच ओपन में वर्ल्ड नंबर एक महिला खिलाड़ी इगा स्वितेक के सामने थीं. किनवेन ने मैच का जबरदस्त आगाज किया और स्वितेक को कड़ी टक्कर देते हुए पहले सेट को 7-6 से अपने नाम कर लिया.
इसके बाद किनवेन को पीरियड्स के दर्द ने जकड़ लिया और वह दूसरा सेट 6-0 और तीसरा और आखिरी सेट 6-2 से हारकर फ्रेंच ओपन से बाहर हो गईं. मैच के दौरान किनवेन को पैर में भी चोट लगी, लेकिन हार के बाद उनका असली दर्द छलक पड़ा. किनवेन ने बताया कि पीरियड्स के चलते होने वाले पेट में भयंकर दर्द के आगे वह हिम्मत हार गईं. दर्द के चलते जब किनवेन के अरमानों पर पानी फिरा तो उन्होंने बेहद दुखी होकर कहा कि काश वह लड़का होतीं तो शायद उनको यह सब नहीं झेलना पड़ता. इस हार के साथ ही किनवेन का फ्रेंच ओपन में सफर भी समाप्त हो गया है.