पिछले पांच दशक से दिनेश खन्ना को एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में किसी भारतीय के स्वर्ण पदक जीतने का इंतजार था और वह टीवी स्क्रीन पर नजरें गड़ाये रहते थे और अब सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने उनकी बरसों की मुराद पूरी कर दी.
खन्ना ने 1965 में एशियाई चैम्पियनशिप में पुरूष एकल में स्वर्ण पदक जीता था लेकिन उसके बाद 58 साल तक कोई भारतीय इसमें खिताब नहीं जीत सका.
सात्विक और चिराग की विश्व चैम्पियनशिप 2022 कांस्य पदक विजेता जोड़ी ने पहला गेम हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए मलेशिया के ओंग यू सिन और तियो ई यि को 16-21, 21-17, 21-19 से हराया.
खन्ना ने कहा ,‘‘जब भी एशियाई चैम्पियनशिप होती थी तो मैं इस उम्मीद में हर मैच देखता था कि हमारा कोई खिलाड़ी तो खिताब जीतेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं.’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं बहुत खुश हूं कि चिराग और सात्विक ने खिताब जीता और हमें गौरवान्वित किया क्योंकि एशियाई चैम्पियनशिप विश्व चैम्पियनशिप ही है. यह भारत के लिये बड़ा पल है और मेरा बरसों का इंतजार खत्म हुआ. उम्मीद है कि यह सिलसिला जारी रहेगा.’’
सात्विक-चिराग की जोड़ी ने रचा इतिहास, Badminton Asian Championships में जीता गोल्ड