“किसी भी बड़े टूर्नामेंट जैसे राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल, थॉमस और उबर कप, विश्व चैंपियनशिप, में पुरस्कार राशि नहीं होती. लेकिन जब आप जीतते हैं तो देश के लिए होता है, हमारे जीतने के बाद लोगों ने कहा कि भारत ने थॉमस कप जीता, श्रीकांत या प्रणय ने नहीं, यह अपने आप में एक खास एहसास था. यह कहना है थॉमस कप में भारत की ऐतिहासिक जीत का हिस्सा रहे किदांबी श्रीकांत का. श्रीकांत ने तीसरे फाइनल मुकाबले में एशियन गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट जोनाथन क्रिस्टी को 21-15 23-21 से हराकर भारत का सूखा समाप्त किया था.
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जीत के बाद श्रीकांत ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि व्यक्तिगत इवेंट हमेशा टीम इवेंट से अलग होते हैं और थॉमस कप फाइनल सबसे बड़ा टीम इवेंट होता है. इसलिए इतने बड़े इवेंट को जीतना उनके लिए वाकई बहुत बड़ा पल है.
पिछले दिसंबर में स्पेन में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले श्रीकांत ने कहा कि वो इसे अपनी सबसे बड़ी जीत में से एक मानते हैं और उन्हें खुशी है कि सभी ने बहुत अच्छा खेला. उन्हें नहीं लगता कि यह किसी एक व्यक्ति की जीत है, यह सभी 10 खिलाड़ियों की जीत है. श्रीकांत ने कहा कि जब जरूरत पड़ी तब सबने अच्छा परफॉर्म किया.
बड़ा दें कि भारत 1949 से खेले जा रहे इस टूर्नामेंट को जीतने वाला छठा देश बन गया है. इससे पहले यह उपलब्धि सिर्फ इंडोनेशिया, चीन, डेनमार्क, जापान और मलेशिया के नाम थी.