हर मिनट के साथ खेल पलटा, रोमांच की सारी हदें हो गई पार. कभी अर्जेंटीना हावी, तो अगले ही पल फ्रांस का दबदबा. ना लियोनस मेसी हार मानने को तैयार और ना एमबाप्पे. एक की चाहत अपनी कप्तानी में टीम को विश्व कप दिलाकर एक और मुकाम हासिल करने की, तो दूसरे की टाइटल डिफेंड करने की जिद्द. फीफा वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में वो सबकुछ घटा, जो एक फैन फाइनल मुकाबले में देखना चाहता है.
मैच की शुरुआत हुई तो 23वें मिनट में हाथ आई पेनल्टी को मेसी ने दनदनाते हुए गोल में तब्दील कर डाला.इसके बाद डि मारियो ने अर्जेंटीना की बढ़त को 2-0 कर डाला. पहले हाफ में डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस गेंद को अपने पास रखने को तरसती नजर आई.79 मिनट का खेल हो चुका था और अर्जेंटीना पूरी तरह से हावी थी.
लेकिन, अगले दो मिनट में ही गेम पलट गया और एमबाप्पे ने देखते ही देखते दो गोल दाग दिए.90 मिनट खत्म हुए और मैच बराबरी पर खड़ा था. एक्स्ट्रा टाइम में फिर मेसी मैजिक दिखा और अर्जेंटीना की लीड 3-0 हो गई.हालांकि, ठीक 10 मिनट बाद ही वर्ल्ड कप और अर्जेंटीना के बीच एकबार फिर एमबाप्पे सीना ताने खड़े हो गए और फ्रांस के लिए तीसरा गोल कर दिया.
एक्स्ट्रा टाइम में भी फीफा वर्ल्ड कप का विनर तय नहीं हो सका और मैच पहुंचा पेनल्टी शूटआउट में.पेनल्टी शूटआउट में भी एमबाप्पे और फिर मेसी ने पहली किक को गोल में बदलकर फाइनल के रोमांच को बरकरार रखा. हालांकि,इसके बाद फ्रांस दो पेनल्टी को गोल पोस्ट में तब्दील नहीं कर सकी, जिसमें से एक किक को गोलकीपर मर्टिनेज ने असफल किया. गोंजालो मोंटियेल ने इसके बाद निर्णायक पेनल्टी को गोल पोस्ट में मारते हुए पूरे अर्जेंटीना को वो पल दे डाला, जिसके लिए पूरे देश और टीम ने 36 साल का लंबे इंतजार किया था.