भारतीय कुश्ती महासंघ के शनिवार को होने वाले चुनाव पर रोक लगा दी गई है. चुनाव पर यह रोक पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने लगाई है. डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पद के लिए इस बार संजय सिंह और 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स की चैम्पियन अनीता श्योराण के बीच मुकाबला है.
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संजय सिंह डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी हैं, जबकि अनीता अकेली महिला उम्मीदवार हैं. वह हरियाणा की रहने वाली हैं और राज्य पुलिस में कार्यरत हैं.
बता दें कि हाल ही में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजंरग पुनिया सहित कई खिलाड़ियों ने विरोध प्रदर्शन किया था.
बता दें कि अदालत ने यह कार्रवाई हरियाणा कुश्ती संघ (एचडब्ल्यूए) द्वारा दायर की गई याचिका पर की. एचडब्ल्यूए ने हरियाणा एमेच्योर कुश्ती संघ को डब्ल्यूएफआई के चुनाव में मतदान का अधिकार देने के फैसले को चुनौती दी थी.
हरियाणा कुश्ती संघ के अध्यक्ष सांसद दीपेंद्र हुड्डा हैं. हरियाणा कुश्ती संघ का प्रतिनिधित्व कर रहे एडवोकेट रविंदर मलिक ने कहा कि एचडब्ल्यूए राज्य में एक पंजीकृत सोसायटी है और डब्ल्यूएफआई से मान्यता प्राप्त है.
उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएफआई के नियमों और संविधान के अनुसार कोई भी मान्यता प्राप्त पंजीकृत संस्था डब्ल्यूएफआई चुनाव में वोट डालने के लिए दो प्रतिनिधियों को भेज सकती है. एचडब्ल्यूए के वकील ने कहा कि एक अन्य संस्था हरियाणा एमेच्योर कुश्ती संघ ने दावा किया है कि वह डब्ल्यूएफआई के साथ-साथ हरियाणा ओलंपिक संघ (एचओए) से भी मान्यता प्राप्त है.