23 सितंबर का दिन शायद ही कोई टेनिस प्रेमी भुला पाएगा. दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर जैसे ही राफेल नडाल के साथ आखिरी बार कोर्ट पर उतरे पूरी ऑडियंस भावुक हो उठी. 41 वर्षीय फेडरर ने शुक्रवार को लेवर कप में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी राफेल नडाल के साथ जो जैक सॉक और फ्रांसेस टियाफो के खिलाफ अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला.
मैच के बाद कोर्ट पर जिम कूरियर से बात करने के दौरान फेडरर अपने करियर के कुछ उतार-चढ़ावों को याद करते हुए काफी भावुक हो गए. उन्हें देख राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच जैसे उनके साथी खिलाड़ी भी अपने आंसू रोक नहीं पाए.
उनके मुताबिक अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी और दोस्त राफेल नडाल के साथ खेलना उनके लिए एक बेहतरीन अनुभव था. उन्होंने कहा,"मैं नहीं चाहता था कि मैं वहाँ अकेला महसूस करूं, यह मेरे लिए एक उत्सव की तरह लगता है. मैं चाहता था कि अंत में ऐसा ही महसूस हो और यह वही है जिसकी मुझे उम्मीद थी.”
फेडरर की प्रतिभा और काबिलियत किसी पहचान की मोहताज नहीं है. अपने आखिरी युगल मैच में उन्होंने इसका एक नमूना पेश किया. उन्होंने नेट और पोल के बीच एक छोटे से गैप में से गेंद को दूसरी तरफ भेजा जिसे देख सभी हैरान रह गए. अपने 24 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर में उन्होंने 20 ग्रैंडस्लैम और 103 एटीपी एकल खिताब अपने नाम किए.
दुनिया के सबसे लोकप्रिय टेनिस प्लेयर उनके खेल के साथ-साथ अपने सहज और दयालु व्यवहार के लिए भी फैंस के लाडले रहे हैं. भले ही वह लेवर कप में अपना अंतिम कॉम्पीटिटिव टेनिस मैच हार गए हों, लेकिन लोगों के दिलों में उनके लिए प्यार कभी कम नहीं होगा. टेनिस जगत में उनकी जगह न कोई ले सकता है और न कभी ले पाएगा.
अलविदा टेनिस किंग अलविदा !