जम्मू कश्मीर के एक छोटे से गांव की रहने वाली भारत की बेटी शीतल देवी सुर्खियों में हैं. राष्ट्रपति भवन में जब अर्जुन पुरस्कार के लिए शीतल देवी के नाम का ऐलान हुआ तब पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. दरअसल, शीतल ने बिना हाथों के देश के लिए पैरा एशियन गेम्स में मेडल जीतकर देश का परचम लहराया था.
पैरों से तीर-धनुष चलाने वाली शीतल देवी ने पिछले साल पैरा एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था. ऐसे में हर कोई उन्हें अवॉर्ड लेता देख काफी ज्यादा खुश है. बता दें कि एशियन गेम्स में मेडल जीतने के बाद जब शीतल वापस भारत आईं थी तब पीएम मोदी ने भी उनके जज्बे को सराहा था.