विनेश फोगट और भाजपा नेता और पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त के बीच तू-तू मैं-मैं जारी है. विनेश के 40 वर्षीय पूर्व पहलवान को बृज भूषण शरण सिंह का चापलूस कहने के बाद वो सोशल मीडिया लाइव पर चले गए.
ट्विटर पर वाकयुद्ध तब शुरू हुआ जब लंदन ओलंपिक पदक विजेता ने कुश्ती का विरोध करने वाले 6 पहलवानों को एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप के ट्रायल से छूट दिए जाने पर सवाल उठाया.
विनेश ने ट्विटर पर लिखा था कि योगेश्वर ने निरीक्षण पैनल की सुनवाई के दौरान डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों को हंसी में उड़ा दिया था और उन्होंने कथित तौर पर एक महिला पहलवान से कहा था कि 'ऐसी चीजें होती हैं'. फोगट के इस आरोप का जवाब देते हुए कि योगेश्वर ने दत्त ने उन्हें चुनौती दी कि वह उस महिला पहलवान का नाम बताएं जिससे उन्होंने संपर्क किया था और टिप्पणी की.
निरीक्षण पैनल के छह सदस्यों में से एक दत्त ने कहा, 'अगर मैंने किसी लड़की को रोका है, तो वह आगे आ सकती है, उसके माता-पिता आगे आ सकते हैं. वह कह रही हैं कि मैंने उन्हें किसी भी तरह की मदद की पेशकश की लेकिन असल में, मैं किसी को टीम में नहीं चुन सकता, न ही किसी को नेशनल कैंप में शामिल करवा सकता हूं. मुझमें वह शक्ति नहीं है'.
दत्त ने दावा किया कि यह विनेश ही थी, जो भ्रष्टाचार में शामिल थी क्योंकि उसे अपने पति के परिवार के एक सदस्य को हरियाणा सरकार से पुरस्कार राशि के रूप में 25 लाख रुपये मिले थे, जबकि यह पैसा उसके वास्तविक कोच और उसके चाचा महावीर फोगट को दिया जाना चाहिए था.
'हर कोई जानता है कि आपके कोच आपके चाचा महाबीर फोगट हैं, लेकिन आपने घोषणा की कि आपके कोच ओम प्रकाश हैं और हरियाणा सरकार से आपको मिली 25-30 लाख रुपये की पूरी पुरस्कार राशि उन्हें दे दी गई. वह आपका कोच नहीं है, आपने उसे पैसे क्यों दिये? मुझे साझा करने दीजिए. क्योंकि वह तुम्हारे पति का मामा है. आपने अपने चाचा को छोड़ दिया'
अपने लाइव में, उन्होंने विनेश के भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख की कमी का भी जवाब दिया, दत्त ने कहा कि वह महासंघ में शायद ही किसी के संपर्क में थे और वह विनेश ही थीं जिन्हें खेल निकाय से कई सहायता मिलीं.
'2016 के बाद मैं शायद ही फेडरेशन ऑफिस गया हूं. मैंने कोच के रूप में यात्रा नहीं की और मैं हरियाणा की राज्य इकाई या डब्ल्यूएफआई का हिस्सा भी नहीं हूं. मैंने दो चुनाव लड़े और बृजभूषण ने मेरे लिए प्रचार नहीं किया. अगर मैं करीब होता तो वह आ जाता. जब उन्होंने चुनाव लड़ा तो मैंने उनके लिए प्रचार नहीं किया.'
उन्होंने कहा कि विनेश ने डब्ल्यूएफआई से अपना काम करवाया. उन्होंने बताया,'अब मैं बताऊंगा कि वास्तव में फेडरेशन के साथ किसकी सद्भावना थी. 2017 में आपको बिना ट्रायल के 48 किग्रा इंडोर एशियन गेम्स के लिए चुना गया. आप 53 किग्रा में खेलना चाहते थे और इसे स्वीकार कर लिया गया. फिर आपने कम्पीट न करने का फैसला किया.'
उन्होंने विनेश से सवाल पूछते हुए कहा,'जिस पहलवान को 53 से 48 पर कर दिया गया, उसे वज़न में कटौती के कारण पदक नहीं मिला. इसके बावजूद WFI ने आपको दंडित नहीं किया. 2018 में, आपने बिना ट्रायल दिए एशियाई खेलों में भाग लिया. आपने डब्ल्यूएफआई को दबाव में डाल दिया. वे मान गये क्योंकि आप अच्छे पहलवान थे. आप से पदक की उम्मीद थी . तो, फेडरेशन के करीब कौन है, आप या मैं?'
'जयचंद' (ऐतिहासिक रूप से पृथ्वीराज चौहान को हराने के लिए घोर के मुहम्मद के साथ साजिश रचने के लिए याद किया जाता है) कहे जाने पर दत्त ने पलटवार करते हुए कहा, 'पूरा देश जानता है कि जयचंद कौन है और भगत सिंह कौन है. किसी को आपके प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है. पूरा हरियाणा प्रदेश आपको जानता है, आप सभी जानते हैं.'
दत्त ने यह भी खुलासा किया कि विनेश को रेलवे में नई नियुक्ति मिली है और उन्हें आश्चर्य है कि सरकार उनकी हर मांग पर कैसे सहमत हो रही है. उन्होंने कहा,'आरएसपीबी में, आपने एक विश्व कैडेट पदक विजेता और ध्यानचंद पुरस्कार विजेता को स्थानांतरित कर दिया और उनकी जगह ले ली. यह कैसा विरोध था कि आपको वह सब कुछ मिल रहा है जो आप चाहते हैं? वह लड़ाई कहां है जो आपने शुरू की थी?'
उन्होंने आगे कहा, 'असली उत्पीड़न अब शुरू हुआ है. जूनियर पहलवानों को परेशान किया जा रहा है.'
उन्होंने विनेश की चुनावी टिप्पणी का भी जवाब दिया, जहां उन्होंने कहा था कि 'आप चुनाव में दो बार मुंह के बल गिरे हैं'. दत्त ने कहा कि अगर एक चुनाव हारना उन्हें बुरा बनाता है, तो बृजभूषण ने छह चुनाव जीते हैं, इसलिए उन्हें एक अच्छा आदमी होना चाहिए.'
'तुम्हारी घटिया हंसी दिमाग़ में अटक गई', विनेश फोगाट ने योगेश्वर दत्त को बोला ज़हरीला नाग