28 जुलाई से इंग्लैंड के बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स का 2022 का आगाज होने वाला है. इंग्लैंड में आयोजित होने वाले इस इवेंट में देश-विदेश से कई खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं. 2018 में गोल्डकोस्ट में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 26 गोल्ड सहित 66 पदक जीतकर पदक तालिका में तीसरे नंबर पर था. भारत को इस बार भी कई खिलाड़ियों से पदक मिलने की उम्मीद है. आइए जानते हैं कि इस बार भारत को किनसे पदक की आस है.
1. नीरज चोपड़ा
इस बार के कॉमनवेल्थ में भारत को अगर किसी खिलाड़ी से गोल्ड की सबसे ज्यादा उम्मीद है तो वो नीरज चोपड़ा हैं. नीरज ने हाल ही में डायमंड लीग लगातार दो बार अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा है. भारत के लिए एथेलेटिक्स में पहला ओलंपिक गोल्ड जीतने वाले नीरज ने पिछले कॉमनवेल्थ में भी गोल्ड पर कब्जा जमाया था. इस बार भी नीरज अपना प्रदर्शन बरकरार रखना चाहेंगे.
2. पीवी सिंधु
यूं तो बैडमिन्टन में लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत को इस बार पदक का मजबूत दावेदार माना जा रहा है लेकिन इस बार सभी की नजर पीवी सिंधु पर होगी. कॉमनवेल्थ के व्यक्तिगत स्पर्धा में सिंधु अभी तक गोल्ड नहीं जीत पाई है. उन्होंने पिछले दो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य और रजत पदक अपने नाम किये थे. देखना दिलचस्प होगा कि हाल ही में सिंगापुर ओपन में गोल्ड जीतने वाली सिंधु अपने पदक का रंग बदल पाती हैं कि नहीं?
3. निकहत ज़रीन
विश्व चैंपियन निकहत ज़रीन बर्मिंघम 2022 में रिंग में प्रवेश करने पर अपने पहले राष्ट्रमंडल खेलों के पदक का लक्ष्य रखेगी. निकहत, जो विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाली भारत की 5 वीं मुक्केबाज़ बनीं, 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में 50 किलोग्राम वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगी. मौजूदा विश्व चैंपियन ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ द्वारा आयोजित ट्रायल्स के फाइनल में 7-0 से आसान जीत दर्ज करके बर्मिंघम खेलों के लिए क्वालीफाई किया.
4. मीराबाई चानू
ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू 2022 बर्मिंघम में अपना दूसरा राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद कर रही हैं. टोक्यो खेलों की रजत पदक विजेता इस बार 49 किग्रा वर्ग में भाग लेने वाली हैं. 49 किग्रा वर्ग में जाने से पहले मीराबाई 48 किग्रा वर्ग में कंपीट करती थीं. उन्होंने 48 किग्रा वर्ग में विश्व चैंपियनशिप गोल्ड और एक कॉमनवेल्थ सिल्वर और गोल्ड जीता है.
5. मनिका बत्रा
पिछले कॉमनवेल्थ में, भारतीय टेबल टेनिस दल ने 8 पदक जीते थे, जिनमें से मनिका बत्रा ने सिंगल और टीम स्पर्धाओं में स्वर्ण सहित 4 पदक जीते थे. अपनी रैंकिंग के जरिये बत्रा ने इस साल के राष्ट्रमंडल खेलों के लिए क्वालीफाई किया है. टोक्यो ओलंपिक 2020 में, दिल्ली की इस खिलाड़ी ने महिला एकल स्पर्धा के तीसरे दौर में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं थी.