भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव आखिरकार 12 अगस्त को कराए जाएंगे, जिसमें महाराष्ट्र राज्य चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा नहीं होगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि निर्वाचन अधिकारी जस्टिस एमएम कुमार ने दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों को भागीदारी के लिए अयोग्य करार दिया.
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कमिटी ने इससे पहले छह जुलाई को चुनाव निर्धारित किए थे और बाद में गुवाहाटी हाई कोर्ट ने असम कुश्ती संघ की याचिका के बाद चुनावों पर रोक लगा दी थी जिसके कारण ये चुनाव 11 जुलाई को भी नहीं हो सका था.
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को डब्ल्यूएफआई के चुनाव पर गुवाहाटी हाई कोर्ट की ओर से लगाई गई रोक हटाते हुए संबंधित चुनाव का मार्ग साफ कर दिया था.
निर्वाचक मंडल में अब 24 राज्य निकायों से मतदान के अधिकार वाले 48 सदस्य होंगे. पदों के लिए नामांकन एक अगस्त को दाखिल किए जाएंगे. नामांकन की जांच दो अगस्त को की जाएगी और उम्मीदवारों की आखिरी लिस्ट सात अगस्त को प्रकाशित की जाएगी.
अगर चुनाव की आवश्यकता हुई तो मतदान 12 अगस्त को आयोजित किया जाएगा. डब्ल्यूएफआई चुनावों से जुड़े पांच विवादों में से चार डब्ल्यूएफआई की पिछली समिति के पक्ष में रहा. न्यायमूर्ति एमएम कुमार ने घोषणा की कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार और रामदास तडस के नेतृत्व वाले महाराष्ट्र के दो प्रतिद्वंद्वी गुट निर्वाचक मंडल के गठन के लिए अपने किसी भी सदस्य को नामित करने के लिए अयोग्य हैं.