कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सभी 12 पहलवान भारत के लिए पदक जीतकर लाए जिसमें से छह ने स्वर्ण, एक ने रजत और पांच ने कांस्य पदक अपने नाम किये. लेकिन इसके बावजूद राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ इस बार के राष्ट्रमंडल खेलों में चार भारतीय महिला पहलवानों के प्रदर्शन से खुश नहीं है कि वे कमजोर प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकीं और स्वर्ण पदक से चूक गईं.
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महिलाओं में केवल विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ही स्वर्ण पदक जीत सकी थीं जबकि अंशु मलिक स्वर्ण पदक की दावेदार होने के बावजूद 57 किग्रा वर्ग में रजत पदक लेकर लौटी.
डब्ल्यूएफआई को सबसे ज्यादा निराशा अंशु मलिक से हुई. संघ के एक अधिकारी के मुताबिक अंशु मलिक फाइनल में उनसे सात साल बड़ी अफ्रीकी पहलवान ओडुनाओ फोलासाडे एडेकुओरोये से आसानी से जीत सकती थीं.
उन्होंने आगे कहा कि संघ पहलवानों के साथ बैठकर उनके प्रदर्शन की समीक्षा करेगा.
हालांकि इससे उलट पुरूषों के वर्ग में प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप रहा जिसमें बजरंग पूनिया (65 किग्रा), रवि दहिया (57 किग्रा), नवीन (74 किग्रा) और दीपक पूनिया (86 किग्रा) ने स्वर्ण पदक तो दीपक नेहरा (97 किग्रा) और मोहित ग्रेवाल (125 किग्रा) ने कांस्य पदक अपने नाम किया.