साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया सहित देश के टॉप पहलवान मंगलवार को गंगा नदी में अपने मेडल विसर्जित करने सैकड़ों समर्थकों के साथ हरिद्वार पहुंचे. लेकिन यहां खाप और किसान नेताओं के मनाने पर उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने अपनी मांगें मानने के लिए पांच दिन का समय दिया है. इस पूरे मसले पर अब भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बयान सामने आया है.
Wrestlers Protest: पहलवानों के मेडल राष्ट्रपति को सौपेंगे टिकैत , पहलवानों से मांगा 5 दिन का वक्त
उन्होंने कहा है कि पहलवानों द्वारा अपनी ख्याति को पानी में फेंकने का निर्णय विशुद्ध रूप से उनके द्वारा लिया गया निर्णय था. इस मामले की दिल्ली पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. यदि आरोपों में कोई सच्चाई है, तो गिरफ्तारी की जाएगी.पहलवानों के निवेदन पर एफआईआर हुई और इस पर जांच चल रही है. मैं क्या मदद कर सकता हूं. ये लोग मेडल गंगा में बहाने गए, लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत को दे दिए. मेरा कार्यकाल खत्म हो गया और मैं गलत पाया जाऊंगा तो गिरफ्तार हो जाऊंगा.
बता दें कि शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था. बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.