मोहम्मद शमी वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई मूल 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा नहीं थे लेकिन वह चल रहे टूर्नामेंट में भारत के अटैक का एक अहम हिस्सा बन कर सामने आए हैं.
शमी के कोच मोहम्मद बदरुद्दीन के अनुसार, पहले चुने गए 15 खिलाड़ियों में नाम न होने के बाद तेज गेंदबाज गुस्से में थे. बदरुद्दीन ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए एक इंटरव्यू में बताया,'उन्होंने खुद को एक्सप्रेस नहीं करने का विकल्प चुना और इसके बजाय वह एनसीए या अपने खेत में खेलते और मेहनत करते रहे.'
पिछले साल टी20 विश्व कप में औसत प्रदर्शन देने के बाद, शमी ने आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपनी टीम के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने. इसके बावजूद, इस गेंदबाज को एशिया कप के लिए टीम में जगह नहीं मिली. उस टूर्नामेंट में भारत के बॉलिंग यूनिट के खराब प्रदर्शन के बाद, शमी को टी20 विश्व कप के लिए चुने जाने की उम्मीद थी, लेकिन उन्हें इस इवेंट के लिए एक रिजर्व खिलाड़ी के रूप में नामित किया गया था. लेकिन जसप्रीत बुमराह के बाहर होने के बाद उन्हें टीम में शामिल किया गया.
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बदरुद्दीन ने 32 वर्षीय गेंदबाज की तारीफ करते हुए कहा, 'उन्हें बहुत उम्मीद थी कि उनका चयन किया जाएगा क्योंकि टी20 विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में था. वे पिचें उनकी गेंदबाजी के अनुकूल हैं. जब सिलेक्शन नहीं हुआ तो वह नाराज हो गए लेकिन कभी नहीं दिखाया. वह खेलते रहे चाहे एनसीए में रहे, या अपने खेत में, पिच पर मेहनत करते रहे. मैं उसे कहा करता था कि मेरा दिल कहता है कि वह विश्व कप खेलेगा, वह शरमाता और चुप रहता था. देखो अब वह खेल रहा है!'