भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि अगर विराट कोहली और रोहित शर्मा टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल या फाइनल जैसे बड़े मैचों में निर्णायक पारी खेलते हैं तो ग्रुप स्टेज में उनका प्रदर्शन खास मायने नहीं रखेगा. कोहली ने टूर्नामेंट में अभी तक जो तीन मैच खेले हैं उनमें वह डबल डिजिट में नहीं पहुंच पाए. रोहित ने आयरलैंड के खिलाफ फिफ्टी लगाई लेकिन पाकिस्तान और अमेरिका के खिलाफ उनका बल्ला नहीं चल पाया.
मांजरेकर ने कहा, 'अगर आपने रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों का सिलेक्शन किया है, तो आपने अनुभव को प्राथमिकता दी है. आप अपने अनुभवी खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप में ले जाना चाहते हैं, ताकि वे तब अच्छा प्रदर्शन करें, जब वास्तव में इसकी जरूरत हो.' उन्होंने कहा, 'इसलिए मुझे इसको लेकर कोई परेशानी नहीं है कि इनमें से कुछ खिलाड़ी फॉर्म में नहीं हैं. अगर यह खिलाड़ी सेमीफाइनल या फाइनल में निर्णायक पारी खेलकर टीम को विजेता बनाते हैं तो आपके सीनियर खिलाड़ियों से इसी तरह के प्रदर्शन की अपेक्षा की जाती है.'
भारत की तरफ से 37 टेस्ट और 74 वनडे मैच खेलने वाले मांजरेकर ने कहा, 'अगर आपका कोई युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है तो वह आपके लिए बोनस है जैसा 1992 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के लिए इंजमाम उल हक ने किया था. सीनियर खिलाड़ियों को अधिक योगदान देना चाहिए और मुझे लगता है कि यही वजह है कि सिलेक्शन कमिटी ने टी20 वर्ल्ड कप के लिए अनुभव को प्राथमिकता दी.'
शिवम दुबे ने आईपीएल में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में जगह बनाई लेकिन वह वर्ल्ड कप में अभी तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं लेकिन मांजरेकर को इस ऑलराउंडर से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. उन्होंने कहा, 'हमें इसके लिए इंतजार करना होगा कि शिवम दुबे ने आईपीएल में जिस तरह से स्पिनरों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था, उसे दोहरा पाते हैं या नहीं. वर्ल्ड कप में स्पिनरों के खिलाफ खेलना आसान नहीं है और देखना होगा की दुबे इन पिचों पर सफल होने के लिए अपने खेल में किस तरह से बदलाव करते हैं.'
मांजरेकर को उम्मीद नहीं थी कि ऋषभ पंत को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाएगा लेकिन आखिर में यह अच्छा फैसला साबित हुआ. उन्होंने कहा, 'टीम मैनेजमेंट प्रत्येक नंबर पर प्रभावशाली खिलाड़ियों को चाहता है और जहां तक ऋषभ पंत का सवाल है तो मुझे उम्मीद नहीं थी कि उन्हें तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाएगा, लेकिन आखिर में यह अच्छा फैसला साबित हुआ. पंत ने अपना कौशल दिखाया और वह टूर्नामेंट में भारत की तरफ से अभी तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला बल्लेबाज है.'