टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 3 जून को पहलवान बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक की गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई हाई लेवल मीटिंग के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पहलवानों ने शाह से एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी जिस पर गृहमंत्री सहमत नहीं हुए. इस मांग पर अमित शाह ने कहा कि गिरफ्तारी केवल कानूनी प्रक्रिया के तहत ही होगी.
Wrestlers' Protest: प्रदर्शन खत्म करने को बताया अफवाह, सोशल मीडिया पर कही ये बात
इसके बाद पहलवानों ने महिला पहलवानों के मामलों की देखरेख के लिए एक महिला अधिकारी को नियुक्त करने की मांग की साथ ही ये भी कहा कि 28 मई को नए संसद भवन की तरफ मार्च के दौरान हिरासत में लिए गए पहलवानों और उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज FIR को वापस लिया जाए.
इस मीटिंग में चौथी मांग ये रखी गई कि बृजभूषण सिंह के परिवार के किसी भी सदस्य या रिश्तेदार को रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव लड़ने की अनुमति ना दी जाए. टाइम्स ऑफ इंडिया के सोर्स की मानें तो शाह ने मीटिंग के दौरान इन मांगों पर सहमति जताई. इस मीटिंग में बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और उनके पति सत्यवर्त समेत कुछ रेसलिंग कोच भी शामिल थे. ख़बर है कि विनेश फोगाट इस मीटिंग में उपस्थित नहीं थी. इस मीटिंग के दो दिन बाद ही ये ख़बरें सामने आईं कि पहलवान साक्षी मलिक ने प्रदर्शन से हटने का फैसला किया है लेकिन उन्होंने इन सभी अटकलों का खंडन किया और इन्हें अफवाह बताया.