बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह (BJP MP Brij Bhushan Singh) और पहलवानों के बीच बीते एक महीने से ज्यादा वक्त से दंगल चल रहा है. अब इस मामले में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (united world wrestling) भी कूद गया है. रेसलिंग (wrestling) की इस सबसे बड़ी संस्था ने चेतावनी दी है कि यदि 45 दिनों के अंदर WFI यानी रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Wrestling Federation of India) के चुनाव नहीं हुए थे भारतीय बॉडी को सस्पेंड किया जा सकता है.
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पिछले महीने भी UWW के अध्यक्ष नेनाद लालोविक (Nenad Lalovic) ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) को एक पत्र लिखा जिसमें पूछा गया था कि भारत में खेल को कौन चला रहा है? जिसके जवाब में WFI ने उनके मामलों में सरकारी हस्तक्षेप की शिकायत की थी.
इसके साथ ही UWW ने कहा है कि विरोध मार्च शुरू करने के बाद पहलवानों की गिरफ्तारी चिंता का विषय है. संगठन बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच पर भी निराशा जताई है और निष्पक्ष जांच की मांग की है.
वहीं UWW ने कहा कि वह पहलवानों के साथ उनकी स्थिति और सुरक्षा के बारे में जानकारी के लिए एक बैठक आयोजित करेंगे. बता दें कि अगर डब्लूएफआई को सस्पेंड कर दिया जाता है तो एथलीटों को आगे के मैच न्यूट्रल झंडे के साथ खेलने होंगे.
बता दें कि डब्लूएफआई प्रमुख पर यौन उत्पीड़न का आऱोप लगाने हुए पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया (Vinesh Phogat, Sakshi Malik and Bajrang Punia) समेत तमाम पहलवान जंतर-मंतर पर 23 अप्रैल से धरना दे रहे थे. इससे पहले भी 18 जनवरी को पहलवानों ने प्रदर्शन किया था. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज किए हैं. फिलहाल इस मामले में 6 जुलाई को कोर्ट में सुनवाई होनी है.