CSK Win: चेन्नई...चेन्नई सुपरकिंग्स... धोनी की अगुवाई वाली CSK ने इतिहास रचते हुए चौथे IPL खिताब पर कब्जा जमा लिया है. फाइनल मुकाबले में माही ब्रिगेड ने कोलकाता नाईटराइडर्स को 27 रनों से हराया. पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई ने फाफ डूप्लेसी के 86 और मोईन अली के 37 रनों की बदौलत 193 रनों का टारगेट दिया था लेकिन कोलकाता 165 रन ही बना सकी और माही के खाते में एक और IPL ट्रॉफी जीत का टैग लग गया.
पिछले सीजन में प्लेऑफ से बाहर रहने वाली चेन्नई ने आखिर कैसे चौथी IPL ट्रॉफी पर कब्जा जमाया आइए आपको बताते हैं.
'CSK कैसे बनी फिर से सुपर किंग'
ओपनिंग जोड़ी रुतुराज गायकवाड़ और फाफ डूप्लेसी ने संभाला सधी हुई पारियों का जिम्मा
रुतुराज गायकवाड़ को मिली ऑरेंज कैप, बनाए सबसे ज्यादा 635 रन
दूसरे नंबर पर फाफ डूप्लेसी का दिखा जलवा, बनाए 630 रन
IPL इतिहास में दूसरी बार एक ही टीम के दो प्लेयर्स ने बनाए 600 से ज्यादा रन
पिछले सीजन में चेन्नई के लिए नंबर तीन के बल्लेबाज को लेकर बड़ा सिरदर्द हुआ था और इस सीजन मोईन अली ने उनकी इस परेशानी को खत्म कर दिया. मोईन अली ने जहां 357 रन बनाए वहीं 6 विकेट झटककर टीम की परेशानी को खत्म कर दिया.
चेन्नई को सुपरकिंग बनाने के लिए शार्दुल ठाकुर की जबर्दस्त गेंदबाजी और जडेजा का ऑलराउंडर प्रदर्शन भी खासा काम आया.
शार्दुल और जडेजा का डेडली कॉम्बिनेशन
शार्दुल ठाकुर को धोनी ने जब-जब गेंद थमाई उन्होंने विकेट झटक कर कप्तान को निराश नहीं किया
शार्दुल ठाकुर ने 9 मैचों में 16 विकेट लेकर टीम की जीत की राह को आसान कर दिया
जडेजा ने जहां 227 रन बनाए वहीं 13 विकेट लेकर किया शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन
फील्डिंग में भी जडेजा का दिखा कमाल, लपके 13 कैच
2020 में चेन्नई के सातवें स्थान पर रहने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा था कि वो 2021 में शानदार वापसी करेंगे और ऐसा हुआ भी. धोनी ने अपने वादे के मुताबिक टीम को लीड किया और कप दिला दिया. 40 वर्षीय धोनी के अनुभव ने टीम के लिए चीजों को पूरी तरह से बदल दिया और मुश्किल सिचुएशन में उनके क्रिकेटिंग माइंड की वजह से चेन्नई ने जीत दर्ज की. या यूं कह लीजिए कि धोनी वो पारस पत्थर है जो लोहे को सोने में तब्दील करना जानता है.
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